प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह कल नई दिल्ली में डीआरडीओ भवन में Сआरटीआई-सबक सीखेТ विषय पर केंद्रीय सूचना आयोग के सातवें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय सूचना आयोग आरटीआई कानून-2005 के लागू होने की याद में हर वर्ष 12-13 अक्तूबर को एक सम्मेलन आयोजित करता रहा है। अब तक आयोजित पिछले छह सम्मेलनों में आयोग ने पिछले अनुभवों से सीखते हुए इस कानून में अधिक पारदर्शिता लाने और जवाबदेही तय करने के लिए खाका तैयार करने के उद्देश्य से इस कानून से जुड़े विभिन्न मुद्दों और कानून लागू करने के तौर तरीकों पर गंभीरता से विचार किया है। इस सम्मेलन में अनुपालन, सबक सीखे-सफलताएं एवं विफलताएं और निजता एवं खुलासा के प्रति अधिकार विषय पर विशेषज्ञों की चर्चा होगी। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री वजाहत हबीबुल्लाह, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती अरूण रॉय और लोकसभा सांसद श्री शशि थरूर सत्रों की अध्यक्षता करेंगे। विशेषज्ञों की टीम में इंडियन एक्सप्रेस के मुख्य संपादक श्री शेखर गुप्ता, सूचना आयोग के पूर्व प्रमुख श्री ए एन तिवारी, सूचना आयोग के पूर्व सदस्य डॉ. ओ पी केजरीवाल, सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील श्री केटीएस तुलसी, बिहार, हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, ओडि़शा, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से राज्यों के मुख्य सूचना आयुक्त/राज्य सूचना आयुक्त भी शामिल हैं। अनुपालन, सबक सीखा-सफलताएं एवं विफलताएं और निजता एवं खुलासा के प्रति अधिकार विषय पर आयोजित सत्र में दस्तावेज प्रबंधन व्यवहार, खुलासे की स्थिति, सूचना देने में आईसीटी के इस्तेमाल, आरटीआई नियम-कायदे और आयोग के निर्देशों सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। सम्मेलन में मुख्य सूचना आयुक्त और राज्य सूचना आयोगों के सूचना आयुक्त, सिविल सोसाइटी संगठन/इससे संबंधित लोग/एनजीओ, सूचना कार्यकर्ता, केंद्रीय सार्वजनिक सूचना अधिकारी और भारत सरकार के चुने हुए मंत्रालयों/विभागों के अपीलीय प्रा़धिकरण से जुड़े अधिकारी शामिल होंगे। बांग्लादेश के कार्यकारी मुख्य सूचना आयुक्त सहित बांग्लादेश सूचना आयोग के सदस्य भी इस साल सम्मेलन में शरीक होने आ रहे हैं। इसमें नेपाल, मालदीव, बांग्लादेश और श्रीलंका के सिविल सोसाइटी संगठनों के भी सदस्य शरीक होंगे। लोकसभा की अध्यक्ष मीरा कुमार 13 अक्तूबर 2012 को इस सम्मेलन में विदाई भाषण देंगी। |