राष्ट्रीय (12/10/2012) 
महिला उत्पीडऩ के मामलों की समीक्षा
कैथल, 11 अक्तूबर , राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग अनुसूचित जाति की महिला उत्पीडऩ के मामलों की रोजाना समीक्षा करेगा तथा की गई कार्यवाही की रिपोर्ट तलब की जाएगी ताकि पीडि़त परिवारों को शीघ्र इंसाफ दिलाया जा सके। यह जानकारी राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के सलाहकार एम.आर. बाली ने कलायत में दुष्कर्म की शिकार हुई लड़की के परिजनों से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने कहा कि कलायत का ऐसा  हरियाणा का पहला मामला है जिसमें प्रशासन ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए न केवल दोषियों को गिरफ्तार किया है बल्कि पीडि़त परिवार को तुरंत 65 हजार रुपये की राशि देकर मदद की है। आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि हर मामले में ऐसी ही कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि आयोग को जहां भी अनुसूचित जाति के परिवारों पर उत्पीडऩ की शिकायतें मिल रही हैं तुरंत दखल दे रहा है। हरियाणा के मामलों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आयोग में बुलाकर ऐसी घटनाएं रोकने के लिए कड़े निर्देश जारी किऐेसी घटनाओं पर अंकुश लगे तथा कानून के प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही हो तथा दोषियों को शीघ्र सजा मिले इसके लिए समय-समय पर इन मामलों की समीक्षा की जा रही है। एम.आर. बाली ने कहा कि वे अंडर सैक्रेटरी एस.एन. मीना के साथ अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन पी.एल. पुनिया के आदेश पर आए हैं और पीडि़त परिवार से घटना का पूरा विवरण प्राप्त किया है। परिवार की प्रशासन के प्रति कोई के शिकायत नहीं है। बाली पीडि़त लड़की के पिता से भी मिले और पुलिस की गैर मौजूदगी में घटना का पूरा विवरण प्राप्त किया ताकि परिवार बिना किसी दबाव व भय के अपना पक्ष रख सके। पुलिस महानिरीक्षक बलबीर सिंह ने बताया कि ऐसे मामले रोकने के लिए पुलिस विभाग द्वारा एक विशेष अभियान चलाया गया है, जिसके तहत स्कूल और कालेजों में छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए तथा  नाजायज शराब बेचने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीडऩ के मामलों में पुलिस प्रशासन द्वारा किसी भी स्तर पर ढील नहीं बरती जाएगी तथा दोषी लोगों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। उपायुक्त चंद्रशेखर ने कहा कि कलायत की घटना में प्रशासन ने तुरंत कार्यवाही करते हुए दोषियों को गिरफ्तार किया तथा परिवार को 65 हजार रुपये की सहायता प्रदान की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। जागरूकता  के  लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। प्रशासन द्वारा 13 अक्तूबर को महिला सम्मेलन आयोजित करके भ्रूण हत्या रोकने तथा महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि पीडि़त परिवार को सौ गज का प्लाट देने के साथ-साथ मकान अनुदान योजना के तहत अनुदान दिया जाएगा। पीडि़त परिवार के विकलांग बच्चे का इलाज भी मुफ्त करवाया जाएगा तथा ओ.पी. जिंदल ग्रामीण जन कल्याण संस्थान की ओर से तिपहिया साइकिल दे दी गई। अतिरिक्त उपायुक्त दिनेश सिंह यादव ने कहा कि ऐसी घटनाएं संस्कारहीनता के कारण हो रही हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए युवा वर्ग को नैतिकता व मानवीय मूल्यों के बारे में बताया जाएगा। इससे पूर्व आयोग के सलाहकार एम.आर. बाली ने लोक निर्माण विश्राम गृह कैथल में पहुंचकर उपायुक्त चंद्रशेखर व पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह यादव से कलायत घटना का विवरण प्राप्त किया। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक बलबीर सिंह, कैथल के एस.डी.एम हवा सिंह पचार, डी.एस.पी. टेकन राज शर्मा, जिला विकास एवं पचंायत अधिकारी राजेश खोथ, जिला कल्याण अधिकारी दलीप सिंह, तहसीलदार रोशन लाल, नायब तहसीलदार लवजीत विर्क, बी.डी.ओ. नवनीत कौर व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
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