राष्ट्रीय (12/10/2012) 
फल्गु मेला
मेले में मनोरंजन पार्क यात्रियों को अपनी ओर खींच रहा है.....
लोग गगन चुम्बी झूलों, सर्कस और जादूगर की जादूगिरी देखने का ले रहे हैं आनंद.....
कैथल, 11 अक्तूबर , विश्व प्रसिद्ध फल्गु मेला अपने पूरे यौवन पर है और भारत के कौने-कौने से इस पवित्र स्थल पर आने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से मानो फल्गु तीर्थ पर मिनी भारत सा उमड़ आया है। अनेकता में एकता का प्रतीक बन चुका फल्गु मेले में हिंदूओं के अतिरिक्त सिखों की भी भारी भीड़ दिखाई दे रही है, जो इस पवित्र सरोवर में स्नान कर पुण्य के भागीदार बन रहे हैं। ईधर जहां श्रद्धालु इस तीर्थ स्थल को शोभाएमान किए हुए हैं, वहीं प्रतिदिन अतिविशिष्ट व्यक्तियों का आगमन भी फल्गु मेले की रौनक में ईजाफा कर रहा है। प्रात: उपायुक्त चंद्रशेखर एवं मेला प्रशासक उपमंडलाधीश हवा सिंह पचार ने यहां वीआईपी घाट पर पितरों की आत्मिक शांति के लिए विधिवत रूप से तर्पण इत्यादि का कार्य संपन्न करवाया। उधर यात्री मेले की परंपराओं के अनुरूप मनोरंजक पार्क में लगाए गए विभिन्न गगन चुंबी झूलों, सर्कस, जादूगर शौ, मौत का कूंआ, मिक्की माउस, फन वल्र्ड और कोलंब्स जैसे हैरतअंगेज झूलों का आनंद लेते दिखाई दे रहे हैं। इस विशाल मेले में जहां अन्य खाद्य पदार्थों का यात्री व सैलानी सेवन करते हुए आनंद ले रहे हैं, वहीं जलेबी का स्वाद चखने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ इन दुकानों पर दिखाई दे रही है। ऐसा लग रहा है कि मानो पवित्र सरोवर में डुबकी लगाने के बाद तरोताजा होकर श्रद्धालु जलेबी और पकोड़ों का सेवन करके इस मेले की यात्रा को यादगार बना रहे हैं। फल्गु मेले की रौनक सभी के जहन में ताजा रहे, इसी के मद्देनजर यहां सजी दुकानों पर भी खरीददारों की खासी भीड़ दिखाई देती है। महिलाएं परंपरागत वेशभूषा में सजकर यहां मेले का आनंद ले रही हैं और सौंदर्य प्रसाधनों की खरीद फरोख्त करके अपने मन माफिक सामान को अपने घरों तक ले जाने की व्यवस्था कर रही हैं। पुलिस कर्मी मेला क्षेत्र में कानून व्यवस्था को सुचारू बनाने के अपने दायित्व को निभाते हुए आने जाने वाले वाहनों पर पैनी नजर रखे हुए हैं और वाहनों पर ट्रिपलिंग करने वाले नौजवानों को सही रास्ता दिखाते हुए उन्हें सीख दे रहे हैं।
अग्रि शमन वाहन आग से संबंधित किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हरदम तैयार खड़े हैं, जबकि चप्पे चप्पे पर जन स्वास्थ्य विभाग की पेयजल व्यवस्था, सरोवर में किश्तियां व गौताखोर भी अपने बचाव के सामान के साथ तैनात हैं। किश्तियां सरोवर में निरंतर चक्कर लगाकर सरोवर में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सरक्षा के
दृष्टिगत अपनी डियूटी को अंजाम दे रहे हैं। मुख्य घाट पर स्थित सूचना एवं जन संपर्क विभाग का सूचना एवं प्रसारण केंद्र सूचनाएं प्रसारित करके जहां यात्रियों का मार्ग दर्शन कर रहा है, वहीं अब तक 300 से अधिक बिछुड़े लोगों को अपने परिजनों से मिला चुका है और यह कार्य दिन-रात निरंतर जारी है। रात्रि ठहराव के समय स्टेडियम में बनाए गए विशाल रैन बसेरे में जब हजारों यात्री विश्राम करने के लिए पहुंचते हैं तो उनकी यात्रा को यादगार बनाने के लिए सूचना एवं जन संपर्क विभाग के स्थानीय व आमंत्रित कलाकार गीत, रागनियों व नाटकों के माध्यम से उनका मनोरंजन करते हैं। 
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