राष्ट्रीय (15/10/2012) 
सामुदायिक पुलिस योजना आपसी विश्वास सुदृढ़ करने में सहायकः राज्यपाल
राज्यपाल उर्मिला सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ने विभिन्न सामुदायिक पुलिस योजनाओं के माध्यम से जहां एक और जनता को साथ जोड़कर उनका विश्वास हासिल किया है, वहीं दूसरी और जरूरतमंद लोगों को मदद भी प्रदान की है। उर्मिला सिंह आज यहां भारत की पुलिस के 150 वर्ष पूरा होने के अवसर पर प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा पीटर हाफ में आयोजित जनसंवाद को सम्बोधित कर रही थीं। 
उर्मिला सिंह ने कहा कि आज पुलिस बल में लोगों का विश्वास बढ़ा है, किन्तु महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि पुलिस परिवार का एक अंग बन सके। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है और यहां अपराध अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम है।
उर्मिला सिंह ने कहा कि पुलिस की ओर से ऐसी मानवीय पहल पुलिस के दृष्टिकोण में परिवर्तन की परिचायक है, जो पुलिस के सेवा समर्पित संगठन बनने की पूर्ति करता है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा आरम्भ की गई विभिन्न योजनाओं से पुलिस ने आम जनता को जहां अपनी कार्यप्रणाली से अवगत करवाया है, वहीं लोगों का विश्वास भी जीता है। इससे लोगों द्वारा पुलिस को दिये जा रहे सहयोग में भी बढ़ौतरी हुई है और पुलिस की कार्यक्षमता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पुलिस को अपने कार्य से लोगों का दिल जीतना होगा, तभी वे सही अर्थों में जनता व समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर पाएंगे और लोकतंत्र अपने सर्वश्रेष्ठ लक्ष्य को प्राप्त कर सकेगा।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, सशस्त्र पुलिस एवं प्रशिक्षण  पृथ्वी राज ने मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वगात किया।
पुलिस महानिदेशक आई.डी. भंडारी ने इस अवसर पर प्रदेश पुलिस की गतिविधियों और सामुदायदिक पुलिस योजना का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया और भारत के पुलिस के 150 वर्ष पर प्रदेश पुलिस द्वारा आयोजित की जा रही विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) श्री के.सी. सडयाल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
पुलिस उप महानिरीक्षक  सतवंत अटवाल ने सामुदायिक पुलिस योजना पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक  एस.आर. मरड़ी, प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी तथा सामुदायिक पुलिस योजना से जुड़े हुए समाज के विभिन्न वर्गों के प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
Copyright @ 2019.