राष्ट्रीय (16/10/2012) 
समर्थन मूल्य से कम मूल्य पर नहीं बेची जा सकती धान: डीएफएससी

इस बारे में जब डी एफ एस सी सुरेंद्र सिंह सैनी से जाना गया तो उसने बताया कि किसानों की धान सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य 1250 व 1280 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर ही बिकेगी। इसके बारे में उन्होंने मंडी प्रधान को एक पत्र भी निकाला है। जब उनसे जाना गया कि जो धान ज्यादा नमी वाली है और सरकार के माप दंड को पूरा नहीं करती तो उसका क्या होगा? तो उसने कहा कि उस धान को सुखाकर नमी कम की जाएं और सही ढंग से सफाई करवाई जाएं। तब जाकर उसको खरीदा जाएगा। कम मूल्य पर जे फार्म काटना गैर कानूनी है।

यदि प्राइवेट खरीददार कम मूल्य पर धान लेते है तो वे अपने रजिस्टरों में अंकित करेंगे कम मूल्य: मार्केट कमेटी सचिव
इस बारे में जब मार्केट कमेटी रविंद्र सिंह सैनी से जाना गया तो उसने बताया कि मंडी में लगभग आधे से ज्यादा माल नमी वाला आ रहा है जिसको मंडी के अंदर सुखना नामुमकिन है। यदि प्राइवेट खरीददार कम मूल्य पर खरीदते है तो वे इस कम मूल्य को नमी की मात्रा दिखाकर अपने रजिस्टर में अंकित कर सकते है। क्योंकि खराब धान को किसान वापिस अपने घर उठाकर नहीं ले जा सकता। उन्होंने यह भी बताया कि वैसे तो सरकार द्वारा एक एजैंसी को एक दिन खरीदने के लिए जारी किया है। परन्तु माल की अवाक देखते हुए व किसानों की परेशानी को देखते हुए उन्होंने सभी खरीद एजैंसियों को हर रोज सारी मंडी से धान खरीदने के लिए लगाया हुआ है।

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