राष्ट्रीय (22/10/2012) 
Сबेटी बचाओТ के लिये जागरूकता अभियान
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर, 2012 -    नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के सभागार में बेटी बचाओ आन्दोलन को दिशा देने के उद्देश्य से एक जागरूकता अभियान का शुभारम्भ किया गया, इसे भागीदारी जनसहयोग समिति, ह्यूमन फाऊण्डेशन, परिवार कल्याण निदेशालय, दिल्ली सरकार एवं कल्याण विभाग तथा शिक्षा विभाग, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के पारस्परिक सहयोग से सम्पन्न किया गया । इस अवसर पर दिल्ली उच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति सुनील गौड़ ने बेटी बचाओ मुहिम में Сजन्म पूर्व-भ्रूण जाँच अधिनियमТ की जागरूकता की उपयोगिता व सार्थकता पर बल देते हुए जनसाधारण को सामाजिक-परिवेश को जागरूक होने की आवश्यकता बताया।
   पंजाब पुलिस महानिरीक्षक  सुरेश शर्मा ने अपने सम्बोधन मंे कहा कि भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार ने अधिनियम तो बनाया है परन्तु जानकारी के अभाव में अनदेखी हो रही है । बेटियाँ आज के युग में लड़कों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। उन्होने विभिन्न महान महिला विभूतियों का उदाहरण देकर अन्य लोगों के समक्ष प्रेरणास्रोत बताया ।
   डा. डी.के. दिवान, निदेशक, परिवार कल्याण निदेशालय, दिल्ली सरकार ने - Сजन्म पूर्व लिंग जाँच अधिनियम के प्रावधानों का उल्लेख कर उपस्थित लोगों को जानकारी दी । पालिका परिषद के कल्याण विभाग की निदेशक श्रीमती मृणालिनी दर्शवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे देश में नारी की पूजा व सम्मान की परम्परा रही है, यही नहीं जहाँ नारी का सम्मान होता है वहाँ देवता का निवास होना बताया जाता है । नारी को शक्ति स्वरूपा माना गया है परन्तु आधुनिक परिवेश में भूण हत्या का घोर कृत्य समाज को अभिशप्त कर रहा है।
पालिका परिषद् के निदेशक (सूचना प्रोद्यौगिकी)  ओ.पी. मिश्रा ने विभिन्न देशों का तुलनात्मक जिक्र करते हुए नारी को प्राकृतिक सृष्टि की अनुपम कृति बताते हुए कहा कि मानव द्वारा भू्रण हत्या कर, СबेटीТ की हत्या कर लिंग सन्तुलन को बिगाड़ दिया गया है और इस दिशा में सरकार द्वारा सन्तुलन बनाये रखने के उपाय व पुत्रियों के हितों में विभिन्न योजनाऐं बनाने व महिला सशक्तिकरण की दिशा में आगेे बढ़ने पर जोर दिया ।
   सभागार में अधिकांश महिलाओं ने सम्मिलित होकर कार्यक्रम में जागरूकता पैदा करने के आशय से नुक्कड़ नाटक, नृत्य प्रस्तुत कर अपनी स्त्रीशक्ति का परिचय दिया । शिक्षा विभाग की निदेशक,  विदुशी चतुर्वेदी ने विभाग की अध्यापिकाओं को विशेष कर सम्बोधित कर भविष्य के राष्ट्र निर्माण के लिए भू्रण हत्या रोकने पर जागरूकता की दिशा में कार्य करने को कहा । साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि छात्र सन्देशवाहक है उन्हें हर अच्छी बताई गई बात - समुदाय तक जाती है । उन्होंने आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के गलत प्रयोग पर दुःख प्रकट किया ।
   कार्यक्रम संयोजक  सुदर्शन भारद्वाज (सहायक विधि अधिकारी) ने बेटी बचाओ अभियान को शहर से गाँव की ओर आन्दोलन के रूप में चलाने जाने की आवश्यकता पर जोर दिया और संस्था द्वारा समाज की प्रत्येक ईकाई को जागरूक करने की दिशा में कार्यक्रम को निरन्तर चलाने का भरोसा दिलाया तथा उपस्थित जनसमूह का आभार व्यक्त किया ।
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