राष्ट्रीय (25/10/2012) 
पंजाब से आने वाली धान रोकने के लिए लगाया जाएगा संगतपूरा में नाका
कैथल, 25 अक्तूबर ...पंजाब के किसानों की पी आर किस्म की धान कैथल की मंडी में नहीं बिकने दी जाएगी। जिसके लिए संगतपुरा में पुलिस नाका बनाया जाएगा। उक्त शब्द गत दिनों भारतीय किसान यूनियन द्वारा उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन के मामले में खरीद का जायजा लेने के लिए कैथल के उपायुक्त चंद्र शेखर व एसडीएम हवा सिंह पांचार मार्केट कमेटी में आए हुए थे। जिन्होंने गुप्त रूप से खरीद में लगे सभी एजैंसियों के उच्च अधिकारियों, मार्केट कमेटी सचिव, मंडी प्रधान सुरेश मितल, राईस मिलर के दोनों प्रधान संजीव गुप्ता व मांगे राम खुरानिया तथा राईस मिलर मालिकों व आढ़तियों के साथ एक मीटिंग भी की। जिसमें उन्होंने किसानों की समस्याओं के बारे में पूछा और किसानों की धान की खरीद के मामले में मंडी में सही प्रकार से चल रहे कार्य को लेकर खरीद में लगे सभी को बधाई के पात्र भी बताया। बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की कई मंडियों में किसानों द्वारा जाम लगाने व अन्य मामले को लेकर झगड़े इत्यादि सामने आ रहे है। परन्तु कैथल की मंडी जो प्रदेश में सबसे बड़ी मंडी के रूप में आती है और देश के अंदर दूसरे नम्बर पर आती है यहां पर किसानों की धान की खरीद का कार्य शांति पूर्ण चल रहा है। जिसको लेकर लगता है कि सभी खरीद में लगे लोग अपना अपना कार्य सही प्रकार से कर रहे है। उन्होंने किसानों द्वारा पूसा 44 नामक धान न खरीदने के बारे में लगाए गए आरोप के बारे में जब खरीद एजैंसियों के अधिकारियों व राईस मिल मालिकों के अधिकारियों से जाना तो उन्होंने उपायुक्त को अवगत करवाया कि पूसा 44 में नमी की मात्रा बहुत ही अधिक होती है और इसके सरकार के आदेशानुसार जो माप दंड दिए गए है वे भी पूरे नहीं होते। जिस कारण से मंडी के अंदर जाम की स्थिति होने के कारण न तो इसको सुखाया जा सकता जिस कारण से इसको खरीदने में परेशानी आ रही है। इस पर उपायुक्त के आदेश पर इन्होंने आश्वासन दिया कि वे आगे इस समस्या से भी किसानों को मुक्ति दिलवाने की हर संभव कोशिश करेंगे। मंडी में जाम की स्थिति को देखते हुए उन्होंने तुरंत प्रभाव से आदेश दिए कि मंडी में पुलिस नाके व पुलिस गश्त लगाई जाएगी और शाम के 6 बजे से 11 बजे तक किसान की धान की कोई भी ट्राली मंडी के अंदर प्रवेश करने नहीं दी जाएगी। जिसको बाहर की पुलिस नाके पर रोक लिया जाएगा। क्योंकि यह समय लदान का होता है। किसान यूनियन द्वारा सौंपे गए ज्ञापन के बारे में आढ़तियों व निर्यातकों के बीच चल रहे मतभेद के बारे में उपायुक्त खुलकर तो नहीं बोले परन्तु इतना जरूर कह गए कि किसानों की समस्याओं के लिए आढ़तियों, इत्यादि में जो मतभेद होते है इसमें बीच में प्रशासन को ना लाए और आपस में बैठकर ही मामले को सुलझा लिया जाएं। किसान यूनियन द्वारा सरकार द्वारा जो नमी 17 प्रतिशत की रखी गई उसको 22 प्रतिशत करने के बारे में उन्होंने कहा कि यह सरकार का कार्य है और किसानों की इस मांग को वे सरकार तक पहुंचा देंगे। उन्होंने कहा कि कैथल मंडी में पंजाब व राजस्थान से पी आर किस्म की धान आकर काफी संख्या में बिक रही है जिस कारण् से मंडी में अपने लोकल किसानों के आगे समस्या आ रही है। जिसको दूर करने के लिए वे इस धान को रोकने के लिए पुलिस नाके लगवाएंगे और पंजाब से आने वाली धान रोकने के लिए नाका संगतपूरा में लगाया जाएगा। उपायुक्त के निर्देशों पर मीटिंग पर पहुंचे सभी राईस मिल मालिकों, उनके प्रधान, मांगे राम खुरानिया, संजय गुप्ता, मंडी प्रधान सुरेश मितल, मार्केट कमेटी सचिव रविंद्र सैनी व तमाम खरीद एजैंसियों के जिला प्रबंधकों, खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक सुरेंंद्र सैनी ने उपायुक्त को आश्वासन दिया कि आगे भी मंडी की ओर से किसानों को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।
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