राष्ट्रीय (25/10/2012) 
महिलाओं में पर्दा प्रथा
कैथल, 25 अक्तूबर.....जिला के कलायत खंड के गांव चौशाला की सरपंच सीमा देवी ने पर्दा प्रथा को खत्म करने की नई मुहिम की शुरूआत की है। इसी कारण से जिला प्रशासन ने सीमा देवी को पर्दा प्रथा खत्म करने की मुहिम के लिए रोल मॉडल के रूप में पेश करने का फैसला किया है। सीमा देवी शादी के बाद ही गांव में पर्दा करती रही है। 5 अक्तूबर को जब गांव चौशाला के राजकीय स्कूल में जिला प्रशासन का रात्रि ठहराव कार्यक्रम के दौरान पहुंचे उपायुक्त चंद्रशेखर का भी सीमा देवी ने समस्त ग्राम पंचायत की ओर से पर्दा किए हुए ही गुलदस्ता देकर स्वागत किया था। इस समारोह के दौरान उपायुक्त चंद्रशेखर ने उपस्थित भारी संया में महिलाओं को पर्दा प्रथा खत्म करने के साथ-साथ भू्रण हत्या रोकने का भी आह्वान किया था। मंच पर घूंघट में बैठी सीमा देवी ने यह प्रण ले लिया था कि यदि सरपंच होते हुए मै खुद ही घूंघट करूंगी तो बाकी महिलाओं को घूंघट न करने के लिए किस प्रकार से तैयार कर पाऊंगी। सीमा देवी ने समारोह के दौरान मंच पर ही अपने पति बलदेव सिंह से सहमती लेकर घंूघट उतार दिया था। इसी घटना ने सीमा देवी को आम से खास बना दिया। सरपंच सीमा देवी अब गांव चौशाला में महिलाओं में पर्दा प्रथा को खत्म करने के लिए विशेष मुहिम चला रही है। सीमा देवी ने बताया कि गांव में इस बात के लिए सर्वे करवाया जा रहा है कि गांव के कितने बड़े बुजुर्ग महिलाओं में पर्दा प्रथा को खत्म करने के पक्ष में है। जो लोग इस कुरीति को खत्म करने के पक्ष पाए जांएगे उन्हीं लोगों को प्रेरक के रूप में उपयोग किया जाएगा। बाद में ग्राम पंचायत और ग्राम वासियों की संयुक्त बैठक बुलाकर पर्दा प्रथा को खत्म करने का सामुहिक फैसला लिया जाएगा। 12वीं तक शिक्षित सीमा देवी मानती है कि पर्दा प्रथा समाज के लिए ठीक नहीं है। अज्ञानता के कारण इस बुराई को खत्म नहीं किया जा सका। अब महिलाओं को जागरूक होने का समय आ गया है। जब महिलाएं पंचायती राज संस्थाओं में सक्रिय होकर गांव के विकास में आगे आ रहीं हैं तो फिर घूंघट किस बात का।
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