राष्ट्रीय (26/10/2012) 
सरस मेला का उद्घाटन

कैथल, 26 अक्तूबर....हरियाणा के लोक निर्माण एवं उद्योग मंत्री  रणदीप सिंह सुरजेवाला आगामी 28 अक्तूबर को सायं चार बजे स्थानीय जाट स्कूल के मैदान में लगने वाले सरस मेला का उद्घाटन करेंगे। यह मेला सात नवंबर तक चलेगा। इस मेले में देश भर के शिल्पकारों द्वारा सिद्धस्थ हाथों से बने उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ-साथ-साथ विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियां भी हरियाणा प्रदेश में हो रही अभूतपूर्व तरक्की को प्रतिबिबित करेंगी।

यह जानकारी देते हुए उपायुक्त चंद्रशेखर ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित होने वाले इस सरस मेले में 300 से अधिक शिल्पकार व कलाकार अपनी-अपनी कृतियों व उत्पादों को न केवल प्रदर्शित करेंगे, बल्कि उनके द्वारा बनाया गया सामान स्थानीय लोगों के घरों की शोभा भी बनेगा। उन्होंने बताया कि 28 अक्तूबर की शाम को इस सरस मेले का शुभारंभ होगा और उसके बाद प्रतिदिन प्रात: साढ़े 10 से सायं साढ़े 7 बजे तक यह मेला नगरवासियों व सैलानियों के लिए खरीददारी के दृष्टिगत खुला रहेगा। सायं कालीन सत्र में प्रतिदिन यहां बनाए गए मुय मंच पर आमंत्रित व स्थानीय कलाकारों द्वारा मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे, जिसके जरिए देश के विभिन्न राज्यों से आए लोगों को अन्य प्रदेशों की संस्कृतियों की जानकारी उनके लोक नृत्य व लोक गीतों के माध्यम से दिए जाने का कार्यक्रम होगा। यह सरस मेला जहां एक तरफ देश की समृद्ध रचनात्मक संस्कृति और कौशल को बढ़ावा देने का काम करेगा, वहीं दूसरी तरफ अनेकता में एकता की मिसाल कायम करते हुए विभिन्न संस्कृतियों की मिलन स्थली के रूप में भी अपनी पहचान बनाएगा। उन्होंने बताया कि चूंकि यह लंबी अवधि तक चलने वाला मेला व प्रदर्शनी होगी। इसी के दृष्टिगत समस्त सुविधाएं मुहैया करवाने के साथ-साथ सुरक्षा के भी  इंतजाम पुलिस महकमे द्वारा किए जाएंगे। इसी के मद्देनजर समूचे मेला परिसर में 10 सीसीटीवी कैमरे तथा दो डांग कैमरे असमाजिक गतिविधियों व तत्वों पर कड़ी नजर रखेंगे और तैनात अधिकारी व कर्मचारी भी ऐसे तत्वों की सूचना तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष में दें। उपायुक्त ने बताया कि मेले में 160 स्टाल लगाई जाएंगी तथा कलाकारों की बढ़ती तादाद देखकर इसे बढ़ाए जाने का प्रावधान भी रखा गया है।  मेला परिसर में सुबह शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ झुलों व जादूगर इत्यादि की भी व्यवस्था होगी तथा विभिन्न विभाग अपनी कल्याणकारी नीतियों को प्रतिबिबित करती हुई प्रदर्शनियां भी लगाएंगे। मुयतौर पर स्वास्थ्य विभाग जो अपनी योजनाओं के साथ-साथ प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत किए जाने वाले प्रबंधों को भी साथ लेकर चलेगा। जन स्वास्थ्य विभाग जल संरक्षण का संदेश देगा तो केंद्र सरकार द्वारा गरीबी उन्मूलन के लिए क्रियान्वित योजनाओं को डीआरडीए प्रदर्शित करता दिखाई देगा।

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