राष्ट्रीय (26/02/2013) 
बिजेन्द्र हलवाई के हत्यारे पुलिस ने दबोचे-तमंचे व कारतूस बरामद
मुजफ्फरनगर। रूपयों के लेन देन के चक्कर मंे की गई बिजेन्द्र पाल हलवाई हत्याकांड मंे उस समय बड़ी सफलता हाथ लग गई जब सिविल लाईन पुलिस ने दो हत्यारोपियों को धर दबोचा। उनकी निशानदेही पर हत्या मंे प्रयुक्त तमंचे व कारतूस बरामद कर लिए जबकि एक हत्यारोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर बताया जा रहा है।
थाना सिविल लाईन मे आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि 11 जुलाई 2012 की रात्रि लगभग नौ बजे कच्ची सड़क निवासी हलवाई बिजेन्द्र पाल की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जब वह अपनी दुकान पर बैठा हुआ था। बिजेन्द्र पाल हलवाई की हत्या से क्षेत्र मंे सनसनी फैल गई थी। बिजेन्द्र हत्याकाण्ड पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था क्योंकि लगभग सात माह बीत जाने के बाद भी हत्यारे पुलिस की पकड़ मंे नहीं आ पा रहे थे। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि जनपद में कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने आदेश जारी किए थे कि लम्बित सभी मामलो का जल्द से जल्द खुलासा किया जाए। जिसके चलते सीओ सिटी संजीव वाजपेयी व एसओ सिविल लाईन कमल सिह यादव ने इस सम्बन्ध मंे की गई कार्यवाही के दौरान गत रात्रि इन्दिरा कालोनी निवासी सोनू पुत्र चन्द्रभान को हिरासत में ले लिया। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के दौरान सोनू ने बताया कि उस पर बिजेन्द्र पाल के एक लाख नब्बे हजार रूपये कमेटी के पैसांे की देनदारी थी। इन पैसांे को हजम करने के लिए उसने इन्दिरा कालोनी निवासी किराये के शूटर अजय शर्मा व रवि पुत्र राजकुमार को पैंतालिस हजार रूपये सुपारी देकर बिजेन्द्र पाल हलवाई की हत्या करवा दी थी। पुलिस ने शूटर अजय शर्मा को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस व खोखे बरामद किए हैं। एसएसपी ने सिविल लाईन पुलिस को गुडवर्क के लिए पांच हजार रूपये ईनाम की घोषणा की। प्रेसवार्ता में सीओ सिटी संजीव वाजपेयी, एसओ सिविल लाईन कमल यादव तथा एसओजी टीम के सदस्य मौजूद रहे।
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