राष्ट्रीय (26/02/2013) 
17 साल बाद कांग्रेस का महंगाई में महंगा रेल का बजट

नई दिल्ली ,  भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश  के अध्यक्ष  विजय गोयल ने कहा कि दिल्ली को शंघाई बनाने का दावा करने वाली कांग्रेस की दिल्ली सरकार रेल मंत्री से कुछ नहीं करवा पाई। दिल्ली में रेलो  व स्टेशनों पर मामूली सुविधाएं ही दे पा रहे हैं, किसी तरह की आधुनिक सुविधाएं नहीं। स्टेशन खुले पड़े हैं, किसी तरह की कोई रोक-टोक और सुरक्षा नहीं है। ट्रेनो  में खान-पान, रख-रखाव तृतीय श्रेणी से भी बदतर है, जबकि पैसे एयरकंडीशड ट्रेनों के लिए जा रहे हैं।

दिल्ली में सारा बोझ नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर आया हुआ । सरकार ने जो 2001 में 4 टर्मिनल आनंद विहार, ओखला, द्वारका व होलम्बी कलां बनाने थे, उनमें से आनंद विहार को छोड़कर कोई अन्य नहीं बना। क्यों लाखों लोग पहले शहर मंे आएं और फिर शहर से बाहर जाएं। रिंग रेलवे का क्या हुआ ? दिल्ली मंे (सेमी अर्बन सर्विसेज) ईएनयू और एमईएमयू का बुरा हाल है।

17 साल बाद कांग्रेस के मंत्री ने महंगा बजट पेश किया। पहले तो अनैतिक रूप से जनवरी में पैसेंजर ट्रेनों के किराए बढ़ाए, फिर बजट में मालभाड़े के दाम बढ़ा दिए और तत्काल और सुपर फास्ट ट्रेनों  के किराए बढ़ाने पर तो जनता की कमर ही टूट गई।

 गोयल ने कहा कि कांग्रेस का अब शासन करने का कोई इरादा नहीं है। लोगों के लिए और महंगाई यूपीए सरकार करती जा रही है। इस रेल बजट से लोगों को निराश  हुई है।

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