राष्ट्रीय (27/02/2013) 
प्रशासन बना रहा किसानों को उठाने का दबाव

विकास बालियान ने कहा किसान अपने हक व अधिकार की लडाई के लिए हर तरह से तैयार
मेरठ। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन द्वारा जारी अधिकार धरना पर उमडे किसानों के भारी जनसैलाब को देखकर प्रशासन बौखला गया है। प्रशासन देर शाम भारी पुलिस बल के साथ कमीशनरी पार्क पर पहुंचा और किसानों को उठाने की मंशा जाहिर करते हुए किसानों को अपना धरना समाप्त करने की बात कही। लेकिन राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय संयोजक सरदार वीएम सिंह ने प्रशासन से मांग की कि किसानों का बकाया गन्ना मूल्य व ब्याज उन्हें लौटा दिया जाये तो किसान यहां से चले जायेंगे। परंतु प्रशासन इस बात से मुकर गया। जिस पर वीएम सिंह ने कहा कि यदि आप पूरा गन्ने का बकाया मूल्य व ब्याज नहीं दिला सकते तो आप किसानों को सरकारी मिलों का गन्ना मूल्य का ब्याज दिलाया दें तो वह अपना धरना समाप्त कर लेंगे। लेकिन प्रशासन इस पर भी कोई बात स्पष्ट नहीं कर सका। एडीएम वित्त,  ज्वाइंन केन कमीश्नर, एडीएम, एसपी सिटी भारी पुलिस बल के साथ  किसानों को उठाने की मंशा से धरना स्थल पर पहुंचा था।
इस दौरान राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मंडल संयोज विकास बालियान ने प्रशासन को सीधी चेतावनी दे दी कि यदि प्रशासन में दम है तो वह उन्हें जेल भेजकर दिखाये। उन्होंने यह भी कहा कि किसान हर तरह से अपने हकों व अधिकार की लडाई लडने के लिए तैयार है।

विकास बालियान भारी  संख्या में किसानों को लेकर पहुंचे मेरठ
मेरठ। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मंडल संयोजक विकास बालियान दर्जनों में बसों व छोटी गाडियों में किसानों को जनपद मुजफ्फरनगर से लेकर मेरठ धरना स्थल पर किसानों के हकों व अधिकारियों की लडाई लडने के लिए मेरठ कमीशनरी पर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ धर्मवीर राठी, सतेन्द्र राठी, चांदबली, संदीप, नकूल, संजीव बालियान, डा. उदयवीर सिंह, श्यामलाल सिंह चेयरमैन, राजेन्द्र सिंह कामरेड, चै. तेजराम राठी, जितेन्द्र, भरत सहित हजारों किसान मेरठ पहुंचे।

किसान सेना का होगा गठनः वीके सिंह
जातपात धर्म जाति भूलकर किसानों संगठित हो जाओ
मेरठ। अधिकार धरने पर किसानों को एकजुट करने के लिए एवं किसानों को उनके हकों की लडाई लडने तथा किसानों को उनका बकाया गन्ना मूल्य दिलाये जाने की मांग उठाने को पहुंचे अधिकार धरना स्थल पर पहुंचे पूर्व सेनाध्यक्ष जरनल वीके सिंह ने किसान सेना बनाये जाने की बात कहते हुए किसानों को किसान सेना में बढ-चढकर हिस्सा लेने की अपील कर किसानों के साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ मजबूती के साथ अवाज उठाये।
पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने अधिकार धरने पर किसानों से खचाखच भरे कमीशनरी पार्क में किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वीएम सिंह आपके लिए लडाई लड रहा है। वीएम सिंह ने कोर्ट से आदेश लिया है। उन्होंने किसानों से आग्रह करते हुए कहा कि किसानों को जात पात, धर्म जाति भूलकर एक हो संगठित हो जाना चाहिए। यदि आप एक नहीं हुए तो राजनेता आपको जातपात धर्म जाति के नाम पर बांटकर आपको लडाते रहेंगे और आपके हकों को डकारते जायेंगे। उन्होंने कहा कि आप संगठित हांेंगे तो आपको आपके हक मिलेंगे। उन्होंने कहा कि किसान की कोई जात नहीं होगी कोई धर्म नहीं होता है किसान किसान है। चाहे वह छोटा हो या फिर बडा। उन्होंने कहा कि जब तक आप हाथ की मुठ्ठी की तरह संगठित होकर मजबूत नहीं बनते हो तब तक आपका अधिकार आपको नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि आप जायज मांग को लेकर लड रहे है। उन्होंने कहा कि कृषि प्रधान देश में किसानों का यह हाल है तो इस देश का यही हाल रहेगा। उन्होंने कहा कि आपकी संगठित शक्ति कोई कम नहीं है। जिस दिन आपकी संगठित शक्ति सबके सामने आयेगी उस दिन आपका हक आपको मिल जायेगा।
वीएम सिंह ने हेलीकाॅप्टर घोटाले पर बोलते हुए कहा कि हेलीकाॅप्टर सौदे में 400 करोड रूपये खा गये। उन्होंने कहा कि पैट्रोल के दाम आज इसलिए बढ रहे है क्योंकि देश में रिलेयन्स के बंद पडे पैट्रल पम्प चालू हो जायें। उन्होंने सरकार से आहवान किया कि यदि सरकार जनता के लिए इतना सोचती है तो सरकार को टैक्स कम कर देना चाहिए महंगाई अपने आप कम हो जायेगी।
उन्होंने कहा कि अब किसान सेना का बनाना जरूरी हो गया है। किसान सेना भ्रष्टाचार व अन्य किसानों के हकों के लिए काम करें।
उन्होंने कहा कि आज देश की फौज में 98 फीसदी लोग किसान है। उन्होंने कहा कि अगर आपको अपने लिए कुछ करना है तो ऐसे लोगों को सत्ता में लाना होगा जो आपके बीच से हो आपके बीच से चुनकर सांसद, विधायक बने हो जो आपके हकों की बात करते हो। उन्होंने कहा किसान तो बंजर भूमि को सोना बना देता है। ये किसानों की ही ताकत है। उन्होंने का कि सपने चाहे पूरे हो या ना हो परंतु संकल्प लेकर ही यहां से जाओ।
इससे पूर्व राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मंडल संयोजक विकास बालियान ने भी किसानों को संबोधित किया। धरने का संचालन मेजर डा. हिमांशु ने किया।
किसान सेना में होगी सबकी भर्ती
पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह से जब पत्रकारों ने पूछा कि किसान सेना का गठन कब किया जायेगा तो उन्होंने कहा कि प्रक्रिया जारी है जल्द ही किसान सेना का गठन किया जायेगा। जब उनसे पूछा गया कि किसान सेना के अंदर कि कैसे व्यक्तियों को भर्ती कियाा जायेगा तो उन्होंने कहा कि किसान सेना के अंदर सभी व्यक्तियों को भर्ती किया जायेगा चाहे वह पढा लिखा हो या ना हो हव किसानों के हितों की बात करने वाला तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई लडने वाला हो।

बिगुल बज गया है किसानों को अपने हकों के लिए आगे जाना होगाः वीएम सिंह
मेरठ। केन्द्र सरकार द्वारा किश्तों में रंगराजन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने एवं राज्य सरकार द्वारा उच्च एवं उच्चतम न्यायालयों के आदेशों के बावजूद गन्ना किसानों को उनका बकाया न दिलाये जाने पर आज सुबह से राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय संयोजक सरदार वीएम सिंह के नेतृत्व में मेरठ कमीशनरी अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू हो गया। जिसमें जनपद सहित आसपास के जनपदों व पूरे देश से लाखों किसान टैक्टर ट्राॅली व बसों व अन्य निजी वाहनों में सवार होकर मेरठ कमीशनरी पर पहुंचे। इस दौरान जनपद प्रशासन को भारी पुलिस फोर्स तैनात कर किसानों को धरना स्थल तक जाने के लिये रोकने का प्रयास किया।
 धरने पर उपस्थित लाखों किसानों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने कहा कि मजबूरीवश किसानों को अब सडक पर आना पड रहा है। यह वक्त अपने खेतों में देने का था मगर अपने हकों पर डांका पडता देख किसान सडक पर आयेगा। केन्द्र सरकार चीनी मिल स्वामियों को साधना चाहती है और रंगराजन कमेटी की उन रिपोर्ट को धीरे धीरे चरणबद्ध तरीके से लागू करना चाहती है जो केन्द्र सरकार ने दिल्ली में चार दिसम्बर को जंतर मंतर पर हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के विशाल प्रदर्शन को देखते हुए रोक दी थी।
उन्होंने कहा कि केवल दो मुद्दे है हमारे ब्याज केवल ब्याज है। उन्होंने कहा कि मैं यहां पर जब तक रहने वाला हूं जब तक किसानों को उनके बकाया गन्ने का मूल्य नहीं मिल जाता। उन्होंने कहा कि अब बिगुल बज गया है। अब किसान अपने बकाया गन्ने का मूल्य लिये बिना वापिस नहीं जाने वाला है। उन्होंने बताया कि 29 जनवरी 2013 को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर चेताया था कि अगर 2 हफ्ते में कोर्ट के आदेशों का पालन राज्य सरकार नहीं करा पायी तो किसानों को सडक पर उतर आने को मजबूर होना होगा। हमने गन्ना जल लेकर कसम खायी थी कि किसानों के घरों में उनका रूपया भिजवाया जायेगा। वीएम सिंह के सम्बोधन के दौरान जिला प्रशासन धरना स्थल पर भारी पुलिस बल के साथ जमा रहा। उन्होंने सरकार से मांग की कि कोर्ट के आदेशों को तत्काल लागू किया जाये। वीएम सिंह द्वारा दायर किये गये वादों का निस्तारण करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच ने दो अलग-अलग आदेश कर किसानों के हितों की रक्षा की थी। मगर राज्य सरकार ने अदालत के आदेशों का पालन नहीं कराया। पहले आदेश में 29.08.2011 को अदालत ने दिया था कि वर्ष 2009-10 में किसानों को 260 रुपये प्रति कुंतल की दर से भुगतान किया जाये। ज्ञात रहे कि उक्त वर्ष गन्ना किसानों को अलग-अलग रेट दिया गया था। 185 रुपये प्रति कुन्तल से रूपये प्रतिकुन्तल तक गन्ना रेट प्राप्त हुआ था। ऐसे मंे जिस भी किसान को  जिस पर्ची पर 260 रूपये प्रतिकुन्तल से कम रेट मिला उतना अंतर का रेट किसान कों दिया जावे। उन्होंने कहा कि हम यहां पर आये है तो हम कानून हाथ में नहीं लेगें परंतु अपना अधिकार यहां से लेकर जरूर जायेंगे।
सरदार वीएम सिंह ने जिला प्रशासन को हडकाते हुए कहा कि किसानों की टैक्टर ट्राॅली को नहीं रोका जाये और यहां की व्यवस्था करायी जाये।
उन्होंने कहा कि जो लाभ होगा वह उत्तर प्रदेश के 54 लाख किसानों को लाभ है। उसको उसका हम दिला दें।
उन्होंने कहा कि दूसरा आदेश 6 अगस्त 2012 को आया जिसमें स्पष्ट उल्लेख है कि 14 दिनों में भुगतान न दिये जाने पर गन्ना किसानों को 15 फीसदी ब्याज दिया जावे। सरकार दोनों आदेशों की तामील नहीं करा पायी है।
गन्ने किसानों का चीनी मिलों पर अरबों रूपया बकाया है। कोई भी सरकार इस मुद्दे पर चुप है।
किसानों की रिक्वरी जारी है जबकि उसका लाखों का भुगतान रोका गया है। 
किसान भारी संख्या में रात में धरना स्थल पर रूकने का ऐलान किया गया। बुधवार को दो बजे सरदार वीएम सिंह दोबारा किसानों को संबोधित करेंगे और उन्हें किसानों के हितों के बारे में बात करेंेगे। चाहें वह सरसों के रेट की बात हो या फिर गेंहू गन्ना के रेट की बात। उन्होंने कहा कि यह लडाई आपकी अपनी लडाई है आपके हकों की लडाई है अब समय आ गया है कि इस लडाई को अपने आप लडना होगा।
सरदार वीएम सिंह से पूर्व मंडल संयोजक विकास बालियान ने भी धरना स्थल पर किसानों को सम्बोधित किया।
धरने का संचालन डा. मेजर हिमांशु ने किया। जनपद मुजफ्फरनगर से भी विकास बालियान, डा. उदयवीर सिंह, श्यामलाल सिंह चेयरमैन, राजेन्द्र सिंह कामरेड, चै. धर्मवीर राठी, चै. तेजराम राठी सहित हजारों किसान धरना स्थल पर पहुंचे। वहीं दूसरी ओर जनपद सहारनपुर के राजपाल त्यागी, फौजी नवाब अली, अमीरश त्यागी, अनिल शर्मा सहित सैंकडों किसान धरना स्थल पर पहुंचे।

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