राष्ट्रीय (03/03/2013) 
एफडीआई के विरोध में सात मार्च को दिल्ली में धरना
मुजफ्फरनगर। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री संजय मित्तल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि एफडीआई (फोरेन डकैती इन इंडिया) देश लागू करने का व्यापार मंडल द्वारा पुरजोर विरोध किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा देश के अंदर जबरदस्ती विदेशी कम्पनियों को लाकर एफडीआई व्यापारियों पर थोपी जा रही है। एफडीआई लागू होने से किसान बंधुआ मजदूर बन जायेगा और व्यापारी बेरोजगार हो जायेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पांच कम्पनियों को भारत आने की इजाजत दी है। ये विदेशी कम्पनियां किसानों से सीधे सामान खरीदेंगी जो देश हित में नहीं है। शुरू में ये कम्पनियां सस्ते दामों पर अपने विदेशी उत्पाद बाजार में उतारेंगी तथा बाद में छोटे उद्योगों पर कब्जा कर मुंह मांगे दामों पर अपने उत्पाद बेचेंगी। केंद्र सरकार का प्रयास है कि देश में विदेशी कम्पनियों का राज हो।
जिलाध्यक्ष महेश चैहान ने कहा कि देश में पांच करोड व्यापारी है और उनके साथ चार-चार लोगों का परिवार भी है। कुल मिलाकर चालीस करोड़ व्यक्ति परोक्ष एवं अपरोक्ष रूप से खुदरा व्यापार से जुडे+ हुए हंै। इसका विरोध करने के लिए अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े हजारों व्यापारी सात मार्च को दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। धरने का नेतृत्व व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल करेंगे। धरने में मुजफ्फरनगर से भारी संख्या में व्यापारी दिल्ली जायेंगे। पे्रसवार्ता में राजेंद्र काटी, पवन कुमार, प्रमोद त्यागी, सुशील सिंघल, नरेश अरोरा, जयपाल शर्मा, विपिन मित्तल, राकेश ढींगरा, धारा सिंह पाल, अमजद सैफी, गौरव जैन, सचिन अग्रवाल, अजय गोयल, राकेश गोयल, उज्जवल मित्तल, अनिल तायल, मुदित जैन, हिमांशु माहेश्वरी, डा. पुनीत सिंघल, अरशद काजी आदि मौजूद रहे।
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