राष्ट्रीय (03/03/2013) 
जो कोर्ट का आदेश न माने वो सरकार बर्खास्त होः वीएम सिंह

मेरठ। कमीशनरी मैदान में चैधरी चरण सिंह पार्क में  चल रहे किसानों के आंदोलन को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय संयोजक  वीएम सिंह ने कहा कि यदि कोई राज्य सरकार अदालत के आदेशों का पालन नहीं करती है तो केन्द्र सरकार को संविधान के अनुच्छेद 142 व 143 के अनुसार राज्य सरकारों को नोटिस भेजने का अधिकार प्राप्त है और  साथ ही यदि नोटिस भेजने के बाद भी कोर्ट के आदेश लागू नहीं होते है तो केन्द्र सरकार को हक प्राप्त होता है कि वह राज्य सरकार को राष्ट्रपति के माध्यम से बर्खास्त करा दंे।
वीएम सिंह ने कहा कि आदांेलन का लाभ सबसे ज्यादा ये हुआ है कि जो मिल पर्ची नहीं मिल रही है। अब किसानों को लगातार पर्ची मिल रही है। जिस किसी का गन्ना नहीं गया तो वो चिंता न करें क्योंकि अभी तक रंगराजन कमेटी लागू नहीं हुई इसलिए आप लोग मत घबराओं क्योंकि जो मिल जल्दी बंद हो जायेगी और किसानों का गन्ना बच जायेगा तो उस मिल मालिक को खडे गन्ने का रेट देना पडेगा। उन्होनंे कहा कि मिल मालिकों के पास बहुत पैसा  है। क्योंकि जिन मिलों की दो मिले थे अब उनकी 17 मिले हो गयी है ये जो हक आपको मिल रहा है। ये आपकी ताकत है। वरना इन सरकारों ने तो हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को भी लागू नहीं कर रही है। जिस दिन आप एकत्रित हो जायेंगे तब आपका अधिकार आपको मिल जायेगा। अगर सरकार को सुप्रीम व हाईकोर्ट का आदेश लागू कराने के लिए लाखों लोगों को इकट्ठे होना पडा तो उस सरकार को एक दिन भी नहीं चलना चाहिए।

धरने को सफल करने को भारी संख्या में पहुंच रहा किसानों का जनसैलाबः विकास बालियान
मेरठ। वर्ष 2009-10 के अन्तर मूल्य भुगतान (लगभग 5 हजार करोड) व विगत तथा चालू वर्ष के विलम्ब से हुए भुगतान पर ब्याज देने (लगभग 1500 करोड) के अदालती फरमान के बावजूद कोई कार्यवाही न होने पर मेरठ के कमीशनरी स्थित चै. चरण सिंह पार्क पर चल रहे अनिश्चित कालीन धरना जो किसान पहुंचे है हम उनका आभार व्यक्त करते है।
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मंडल संयोजक विकास बालियान ने कहा कि मैंने गांव का भ्रमण किया। जिससे ज्ञात होता है कि आज का समय मनुष्य के लिए बहुत कीमती है। यदि आप गांव में जाये तो आपको आज गांव में एक दो व्यक्ति ही दिखाई दे रहा है। युवा अपने गांवों से बाहर पढाई व नौकरी के लिए निकल गया है। यदि कोई गांव में दिखाई देता है तो वह वहीं है जिसके ऊपर उसके परिवार का बहुत बोझ है जो किसान यहां आये है उनका हम आभार व्यक्त करते है क्योंकि अपने किसान अपने बहुत कीमती समय से समय निकालकर यहां पहुंुचे है।
उन्होंने कहा कि परेशान बदहाल किसान दिल्ली के अंदर अपनी आवाज उठाने के लिए आया और किसानों के दबाव में आकर सरकार ने रंगराजन कमेटी की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया। यह किसानों की शक्ति प्रदर्शन का ही एक बडा योगदान किसानों को मिला है। उन्होंने कहा कि जब तक मेरा किसान दुखी है तब तक मैं किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनके हकों व अधिकारियों की लडाई लडता रहूंगा।

भाजपा सांसद ने किया राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन को समर्थन
देश का दुर्भाग्य है कि देश का अनदाता बार बार सडकों पर आकर मांग रहा अपना अधिकारः अग्रवाल
मेरठ। दुर्भाग्य है इस देश का, कि देश के अनदाता को बार-बार अपने अधिकारों व हकों को लेने के लिए सडक पर आना पड रहा है। हिन्दुस्तान में आजादी के बाद से लेकर अब तक  किसानों की अनदेखी की गयी है किसानों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। सरकार को सबसे पहले किसान मजदूरों की ओर ध्यान देना पडेगा। उक्त बाते मेरठ सिटी के भाजपा सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने धरने पर उपस्थित किसानों के जनसैलाब को सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि मैं यहां अपना समर्थन देने आया हूं और किसानों की इस लडाई में कंधे से कंधा मिलाकर चलूंगा। उन्होंने किसानों के धरने को सम्बोधित करते हुए भाजपा की नीति का गुणगान  करते हुए कहा कि छतीसगढ, मध्यप्रदेश, गुजरात व कर्नाटक के अंदर किसानों को शून्य ब्याज पर लोन दिया जाता है ओर किसानो से कोई ब्याज नहीं लेती है। उन्होंने कहा कि इस समय सदन सत्र चल रहा है और किसानों की इस बात को मंै अगले हफ्ते सदन में उठाऊंगा। भाजपा सदन ने किसानों से वादा किया वह उनकी आवाज को संदन में उठाकर मजबूती के साथ किसानों के हकों को दिलाऊंगा।

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