राष्ट्रीय (22/03/2013) 
महिलाओ की सुरक्षा के लिए 500 स्थानों पर प्रारम्भ किया क्रान्तिकारी आन्दोलन - डा शोभा विजेन्द्र

सम्पूर्णा द्वारा डिप्टी कान्सटिट्यूशन क्लब में 22 मार्च 2013 क एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सम्पूर्णा की संस्थापिका अध्यक्षा डा. शोभा विजेन्द्र एवं आन्दोलन की ध्वजवाहिका  किरण अग्रवाल एवं  नीलम प्रताप रूडी ने सम्पूर्णा द्वारा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे 6 माह के अभियान को मीडिया के सम्मुख रखा।

डा. शोभा विजेन्द्र ने कहा कि गत 9 मार्च 2013 को सम्पूर्णा के सैकड़ों सदस्यों के साथ महिला सुरक्षा आन्दोलन की शुरूआत की गई थी। 16 दिसंबर 2012 की घटना के  आंदोलनों के बाद भी महिलाओ  क छेड़ने और बलात्कार के  नये नये मामले सामने आ रहे हैं और  इन घटनाओ के प्रति सरकार का रवैया असंवेदनशील ही रहा है। इससे यह स्पषट है कि स्वैच्छिक सामाजिक संस्थाओ को  आगे आना होगा। संस्था ने 9 मार्च से यह अभियान पूरी दिल्ली में छेड़ा है।  दिल्ली में लगभग 500 स्थान जैसे सेवा बस्तिया , पुनर्वास बस्तिया , शहरीकृत गांव, धर्मशाला, सामुदायिक केन्द्र, विकास केन्द्र व ऐसे स्थान जैसे  जन सुविधा के लिए प्रयोग में आते हैं, पर बोर्ड लगाये जायेंगे और इन 500 केन्द्र के  माध्यम से 3 महीने तक लगातार विचार गषठी व बच्चो के  ड्राइंग कम्पटीशन का आयोजन, पुलिस थानो  के  एस.एच.ओ के  साथ नजदीकी मेल मिलाप, सार्थक चर्चाएं, स्वरक्षा के  प्रशिक्षण कार्यक्रम को  आयोजित किया जायेगा। 4 महीने पशचात हर बालिका के  साथ जन संपर्क स्थापित किया जायेगा व उनमें आत्मविशवास लाने हेतु 21 दिन तक लगातार पदयात्रायें की जायेंगी। डा. शोभा ने सभी सामाजिक और  धार्मिक संस्थाओ  से इस मुहिम में आगे आने की प्रार्थना की।

संस्था की संस्थापक अध्यक्षा, डा0 शोभा विजेन्द्र ने कहा कि भू्रण हत्या से लेकर वृद्ध महिला की सामाजिक सुरक्षा तक सभी मुद्दे इन तीन महीनो  में उठाये जायेंगे। गली-मुहल्ले की सभी बहन-बेटियों को  इससे जोड़ा जायेगा। हर बच्ची क आत्म-रक्षा प्रशिक्षण से निर्भीक और साहसी बनाने का कार्य भी किया जायेगा। हर वो मां जो  अपनी बालिकाओ को  सामाजिक कार्य के लिए प्रेरित करेगी उन माताओ को भी सम्मानित किया जायेगा। ऐसी सास जिन्होंने  अपनी बहुओ को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और  उनके  भविषय को  संवारने के  लिए अपना भरपूर सहयोग दिया, ऐसी सासो  को  भी पुरस्कृत किया जायेगा। सम्पूर्णा समाज के सम्पन्न और बुद्धिजीवियों वर्ग क भी आगे आने की अपील करती है। हम मीडिया कर्मियो  से भी आह्वाहन करते हैं कि वे इस मुहिम में सक्रिय सहयोगी बनकर सामाजिक बुराइयो के  खिलाफ सार्थक भूमिका निभांयें।

नीलम प्रताप रूडी ने कहा कि सम्पूर्णा के  इस आन्दोलन  में अपना पूर्ण सहयोग देंगी। स्कूल और  अस्पताल के  प्रबंधक से भी उन्होने अनुरोध किया कि वे इन संस्थाओं को सुरक्षित रखने के  लिए अपने कर्मचारियो को  महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने का प्रशिक्षण दें। अपने युवा भाइयो  से अपील करते हुए कहा कि इस आन्दोलन में युवा वर्ग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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