राष्ट्रीय (19/04/2013) 
सन्त निरंकारी मिशन द्वारा 21 अप्रैल, 2013 (रविवार) को निरंकारी सत्संग भवन बैमलोई में रक्तदान शिविर का आयोजन

शिमलाः 19 अप्रैल, 2013ः सन्त निरंकारी मिशन जो कि देश  की अग्रणी रक्तदाता संस्था के रूप में विख्यात है व हिमाचल प्रदेश की सर्वाधिक रक्तदाता संस्था के रूप में जाना जाता है ;  रविवार, दिनांक 21 अप्रैल, 2013 को प्रातः 10 बजे से सांय 4 बजे तक सन्त निरंकारी सत्संग भवन, शिमला में रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहा है । रक्त एकत्रित करने हेतु इन्दिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान रक्त कोष शिमला, दीन दयाल उपाध्याय रक्तकोष तथा कमला नेहरू अस्पताल के रक्तकोष को आमंत्रित किया गया है, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंदांे को इसका लाभ प्राप्त हो सके ।

यह शिविर 24 अप्रैल को मानव एकता दिवस के उपलक्ष में देश  भर में आयोजित किये जा रहे लगभग 70 रक्तदान शिविरों की श्रृंखला में से एक है । मानव एकता दिवस प्रतिवर्ष मिशन के पूर्व सद्गुरू बाबा गुरबचन सिंह जी की पावन स्मृति में 24 अपै्रल को मनाया जाता है, जिन्होंने मानवता के कल्याण के लिए अपने प्राणों की आहुति दी । उसी दिन से इन रक्तदान शिविरों की श्रृंखला देश  भर में प्रारम्भ हो जाती है । इसके अलावा इस वर्ष जोन न0 5 के अन्तर्गत सोलन में 12 मई, दाड़लाघाट में 16 जून, रामपुर में 8 सितम्बर, व 2 अक्तुबर को बिल्लांवाली (बद्दी) में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।

सन्त निरंकारी मिशन ने रक्तदान को एक जन आन्दोलन के रूप में अंगीकार किया है । सन् 1986 में मिशन द्वारा पहला केवल एक रक्तदान शिविर दिल्ली में आयोजित किया गया था, जबकि उसके बाद देश  भर में इन शिविरों की संख्या वर्ष-प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है ।  मिशन प्रतिवर्ष  लगभग 50000 युनिट रक्तदान कर रहा है।  मिशन के वर्तमान सद्गुरू बाबा हरदेव सिंह जी महाराज का सन्देश  है कि रक्त नालियों में नहीं अपितु मनुष्य की नाडि़यों में बहना चाहिए व रक्त की कमी के कारण कोई भी प्राणों का त्याग न करे। उक्त सन्देश की अनुपालना करते हुए मिशन का प्रत्येक अनुयाई रक्तदान हेतु निःस्वार्थ भाव से हमेशा  तत्पर रहता है ।

मिशन को भारतीय रेडक्रास सोसाईटी व अनेक राज्य सरकारों द्वारा रक्तदान के क्षेत्र में इसके उल्लेखनीय योगदान के लिए अनेकों बार सम्मानित किया गया है ।

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