राष्ट्रीय (27/05/2014) 
बदतर हालातों के लिए मजदूरों का बिखराव जिम्मेदार: गौतम
स्याना- आजादी से लेकर आज तक देश में मजदूरों की हालत जस की तस है, बल्कि हालात और बदतर ही हुए हैं जबकि पूंजीपतियों का सम्पत्ति में अकल्पनीय इजाफा हुआ है। मजदूरों की दशा सुधारने की दिशा में सरकारों ने उदासीनता ही बरती, जिसके लिए मजदूरों का बिखराव ही जिम्मेदार है।
उपरोक्त विचार मजदूर उत्थान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्यामदास गौतम ने स्याना तहसील क्षेत्र के ग्राम बुकलाना में मजदूरों व समिति कार्यकत्र्ताओं की सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। कहा कि मजदूरों के हित भ्रष्टाचार की बलिवेदी पर चढ़ा दिए गए तथा अधिकतर नेता व अधिकारीगण अकूत सम्पत्ति के मालिक बन बैठे।
गौतम ने कहा कि श्रमिकों को अपने हक व हित की लड़ाई लडऩे के लिए संगठित होना होगा, वरना स्थिति अभी और बदतर होगी। कहा कि महंगाई के इस दौर में मजदूर परिवारों को जहाँ दो जून की रोटी तक भी पैदा करना एक मुश्किल कार्य बन गया है तथा बच्चों के लिए दूध व शिक्षा सिर्फ स्वप्र के समान है, वहीं अमीरों के घरों में कुत्ते दूध-ब्रेड व फलों का लुत्फ उठाते हुए ए.सी. की ठंडक में पसर रहे हैं।
गौतम ने कहा कि मौजूदा असमानता के लिए जहाँ सरकारों की मजदूरों के प्रति उदासीनता जिम्मेवार है, वहीं मजदूरों का असंगठित होना व अपने हक की आवाज न उठाना भी बड़ी वजह है। कहा कि मजदूर उत्थान समिति का झण्डा उठाकर मजदूर एक हो जाएं तथा अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज बुलन्द करें। कहा कि मजदूरों की हुंकार के आगे सरकारों को झुकना ही पड़ेगा तथा मजदूर हित की नीतियों के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को भी भ्रष्टाचार तजकर मजदूरों को उनका हक देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
बैठक से पूर्व समिति अध्यक्ष घनश्यामदास गौतम का ग्राम बुकलाना में गगनभेदी नारे व फूलमालाओं से स्वागत किया गया। गौतम के साथ पधारे इंद्रपाल रस्तौगी, रजनीश गौतम, जिलाध्यक्ष मेरठ ज्ञानेन्द्र गौतम, कार्यवाहक अध्यक्ष जिला गाजियाबाद धर्मेन्द्र कुमार को भी पुष्पमालाएं पहनाकर स्वागत किया गया। उक्त अतिथियों के अतिरिक्त प्रदीप कुमार, सुखपाल सिंह, मंगतसिंह, मनवीर सिंह ने भी विचार रख मजदूर एकता पर जोर दिया। सभा की अध्यक्षता प्रेमप्रकाश सिंह ने तथा संचालन हरिराज सिंह क्षत्रिय ने किया।

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