राष्ट्रीय (02/09/2014) 
आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के बाद केरल में हड़ताल
तिरूवनंतपुरम। कन्नूर जिले में आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के बाद संगठन द्वारा केरल में बुलाई गई एक दिवसीय हड़ताल से सामान्य जीवन प्रभावित हुआ है। शुरूआती खबरों में कहा गया है कि राज्यभर में बस, टैक्सी और ऑटो रिक्शा सड़कों से नदारद हैं और दुकानें बंद हैं। राज्य सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक दिन की छुट्टी की घोषणा की है और कॉलजों एवं विश्वविद्यालयों ने आज होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। पुलिस ने कहा कि बसों पर पथराव की छिटपुट घटनाओं के अलावा कहीं से किसी बड़ी हिंसा की खबर नहीं आई है।
आरएसएस के जिला कार्यालय के पदाधिकारी मनोज पर उत्तरी केरल के कन्नूर जिले में राजनीतिक रूप से संवेदनशील कथिरूर में एक गिरोह ने सोमवार को हमला किया था। इस हमले में दो अन्य लोग भी घायल हो गए थे, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। मनोज और उनके साथी जिस कार में थे, उस पर देशी बम फेंके गए थे। आरएसएस-भाजपा के नेताओं ने आरोप लगाया कि हत्या के पीछे माकपा का हाथ है और उन्होंने आज राज्य में सुबह से शाम तक के लिए हड़ताल का आह्वान किया।

पुलिस ने कहा कि चार लोगों को इस घटना के संबंध में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। ये चारों माकपा के कार्यकर्ता बताए जाते हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को राज्य में ही थे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन में इस हत्या की निंदा की। पार्टी ने इस हड़ताल को समर्थन देने का संकल्प लिया है। जिस क्षेत्र में आरएसएस और माकपा कार्यकर्ताओं के बीच बीते समय में हिंसा हुई, वह पिछले कुछ सालों में आम तौर पर शांत ही रहा है। लेकिन हाल के समय में भाजपा और माकपा द्वारा एक-दूसरे के कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने से तनाव दोबारा उभर आया।
 
आरएसएस के जिला कार्यालय के पदाधिकारी मनोज पर उत्तरी केरल के कन्नूर जिले में राजनीतिक रूप से संवेदनशील कथिरूर में एक गिरोह ने सोमवार को हमला किया था। इस हमले में दो अन्य लोग भी घायल हो गए थे, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। मनोज और उनके साथी जिस कार में थे, उस पर देशी बम फेंके गए थे। आरएसएस-भाजपा के नेताओं ने आरोप लगाया कि हत्या के पीछे माकपा का हाथ है और उन्होंने आज राज्य में सुबह से शाम तक के लिए हड़ताल का आह्वान किया।

पुलिस ने कहा कि चार लोगों को इस घटना के संबंध में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। ये चारों माकपा के कार्यकर्ता बताए जाते हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को राज्य में ही थे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन में इस हत्या की निंदा की। पार्टी ने इस हड़ताल को समर्थन देने का संकल्प लिया है। जिस क्षेत्र में आरएसएस और माकपा कार्यकर्ताओं के बीच बीते समय में हिंसा हुई, वह पिछले कुछ सालों में आम तौर पर शांत ही रहा है। लेकिन हाल के समय में भाजपा और माकपा द्वारा एक-दूसरे के कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने से तनाव दोबारा उभर आया।
 





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