राष्ट्रीय (02/09/2014) 
दोबारा बीसीसीआई अध्यक्ष नहीं बनेंगे श्रीनिवासन!
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उसने एन. श्रीनिवासन को दोबारा अध्यक्ष पद पर बहाल करने का आदेश दिए जाने का अनुरोध किया था।

साथ ही न्यायालय ने आईपीएल के छठे संस्करण में हुए कथित स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामलों की जांच के लिए गठित मुकुल मुद्गल समिति को अपनी अंतिम रिपोर्ट पेश करने के लिए दो महीने का अतिरिक्त समय दे दिया। अदालत इस मामले की अगली सुनवाई अब 10 नवंबर को करेगी।
श्रीनिवासन को दोबारा अध्यक्ष बनाए जाने के अनुरोध को ठुकराते हुए न्यायालय ने कहा कि वह आईपीएल मामले की जांच पूरी होने से पहले पद नहीं संभाल सकते। दरअसल, श्रीनिवासन और बीसीसीआई ने कहा था कि चूंकि इस महीने के अंत में बोर्ड की वार्षिक बैठक होनी है,
बीसीसीआई की ओर से दलील पेश कर रहे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने न्यायालय से कहा कि श्रीनिवासन पहले ही अध्यक्ष पद छोड़ चुके हैं और अनिश्चित काल तक इसी स्थिति में नहीं बने रह सकते।
सिब्बल ने न्यायमूर्ति टी एस ठाकुर और न्यायमूर्ति फकीर मोहम्मद इब्राहिम कलिफुल्ला की पीठ से कहा कि मुद्गल समिति द्वारा 29 अगस्त को न्यायालय को सौंपी गई रिपोर्ट में अगर श्रीनिवासन के खिलाफ कुछ नहीं है तो उन्हें बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर बहाल कर देना चाहिए।  न्यायालय ने हालांकि इस अनुरोध को ठुकराते हुए और अप्रैल में दिए अपने फैसले का हवाला देते हुए कहा कि जांच पूरा होने से पहले इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। 

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