राष्ट्रीय (09/11/2014) 
प्रशासनिक अधिकारी जनता के ट्रस्टी - खट्टर
 हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रशासनिक अधिकारियों को जनता के ट्रस्टी बताते हुए कहा कि उनके पास विवेकाधीन शक्तियां हैं और इन शक्तियों का प्रयोग प्रशासनिक व्यवस्था को बेहतर बनाने और जनहित के कार्यों में किया जाना चाहिए। भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व० राजीव गांधी ने यह माना था कि जन कल्याण के लिए एक रूपया जारी होता है, तो सिर्फ 15 पैसे ही पात्र लाभार्थी को मिल पाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि उस समय ही भ्रष्टाचार को एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया जाता तो काफी पहले ही इस पर अंकुश लगाया जा सकता था। 
श्री मनोहर लाल आज रोहतक में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें शासक और शासित के बीच की दूरियों को समाप्त करना होगा क्योंकि प्रजातंत्र में जनता ही सर्वोपरि है और जनता को यह महसूस नहीं होना चाहिए कि उन पर कोई शासन कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी समाज का अभिन्न अंग हैं और जनता हमारी अपनी है। इसी भावना के साथ हमें प्रशासनिक कार्यों को सम्पन्न करना होगा। 
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से दिए गए भाषण का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि श्री मोदी ने स्वयं को देश का प्रधान सेवक बताया है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को इस भावना को समझना होगा कि सरकार किस प्रकार की उम्मीदें अधिकारियों से कर रही है। श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ऐसी प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित करना चाहती है, जिससे जनता को संतुष्ट किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर ही लोगों के कार्य करवाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में जिला स्तर पर सीएम विंडो स्थापित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि लोगों का समय व पैसा बर्बाद न हो और उन्हें अपने कार्यों के लिए बार-बार चंडीगढ़ न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि जिला सचिवालय स्तर पर सीएम विंडो के खुल जाने से वे सभी कार्य स्थानीय स्तर पर ही करा लिए जाएंगे, जिन्हें करवाने के लिए लोगों को चंडीगढ़ जाना पड़ता है।  
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के सबसे जरूरतमंद व्यक्ति को सबसे पहले मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों की मूलभूत जरूरतों को पूरा करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और अधिकारियों को सरकार की इस भावना को ध्यान में रखकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनहित के सभी सुझावों का स्वागत करेगी।
उन्होंने कहा कि जिस भूमि पर खारा पानी है, उसे भी उपजाऊ बनाने के लिए मेहनत करनी होगी, जिससे किसानों को फायदा पहुंचाया जा सके। 
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वच्छता को जीवन का अंग बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ हरियाणा, स्वच्छ भारत अभियान में लोगों का अपार सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कचरा प्रबंधन की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि रोहतक जिले से उनका खास सम्बंध है क्योंकि रोहतक जिले में उनका पैतृक गांव है। उन्होंने कहा कि उनका जन्म निंदाणा गांव में हुआ और स्कूली शिक्षा बनियानी और भाली गांव में हुई और कालेज की शिक्षा उन्होंने पंडित नेकीराम शर्मा महाविद्यालय से प्राप्त की। 
मुख्यमंत्री ने सिंचाई विश्राम गृह में आम जनता से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान रोहतक में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा सदन का उद्घाटन भी किया। 
रोहतक मंडल के आयुक्त श्री चन्द्र प्रकाश ने रोहतक के प्रथम आगमन पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि श्री मनोहर लाल एक आदर्श व्यक्तिव के धनी हैं और समाज कल्याण से उनका जीवन जुड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के लिए यह गर्व की बात है कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि प्रशासनिक अधिकारी उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करेंगे। 
विधायक श्री मनीष ग्रोवर ने भी मुख्यमंत्री के रोहतक आगमन पर उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर रोहतक में 1 से 7 नवम्बर तक स्वच्छ हरियाणा, स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया। उपायुक्त डा. अमित कुमार अग्रवाल ने रोहतक जिले का संक्षिप्त परिचय दिया। उन्होंने रोहतक की भौगोलिक, सामाजिक, शैक्षणिक, कृषि, सिंचाई, बिजली, स्वास्थ्य आदि स्थितियों पर प्रकाश डाला और मुख्यमंत्री के समक्ष विभिन्न 

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