राष्ट्रीय (22/12/2014) 
ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन अधोसंरचना सुविधाएं विकसित की जाएंगीः श्री वीरभद्र सिंह

मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज सोलन जिला के बनासर में टिम्बर ट्रेल हाईटस पर होटल टैरेस का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में पर्यटन को विकसित करने के लिए अनेक पग उठाए हैं और हिमाचल ने पर्यटन उद्योग के क्षेत्र में विशेष पहचान बनाई है।

मुख्यमंत्री ने टिम्बर ट्रेल रिजॉर्ट के अध्यक्ष श्री आर.के. गर्ग द्वारा पर्यटकों और आगंतुकों के लिए शानदार सुविधाएं सृजित करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि श्री गर्ग एक बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न उद्यमी हैं और इन्होंने कठिन परिश्रम से आगंतुकों की सुविधा के लिए अधोसंरचना विकसित की है, जो सराहनीय है। उन्होंने प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन अधोसंरचना सुविधाएं विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। 

श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि निवेशकों को राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में अनछुए पर्यटक स्थलों की ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्यप्रद जलवायु तथा नैसर्गिक सौंदर्य से भरपूर ऐसे अनेक स्थल हैं, जिनका पर्यटन की दृष्टि से दोहन नहीं हुआ हैं, जिनका दोहन कर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़क अधोसंरचना में सुधार किया जा रहा है ताकि आगंतुक दूरदराज के क्षेत्रों में पहुंच सकें। पर्यटन उद्योग का प्रदेश की आर्थिकी में महत्वपूर्ण योगदान है और राज्य सरकार प्रदेश में निजि उद्यमियों को पर्यटन इकाइयां स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कुल पूंजीनिवेश पर 15 प्रतिशत अनुदान, जोकि अधिकतम 50 लाख रुपये है, प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि यह लाभ 31 मार्च, 2017 तक प्रभावी रहेगा।

श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में नई होटल इकाइयां स्थापित करने पर 10 वर्षों की अवधि के लिए पहली अप्रैल, 2012 से विलासिता कर की अदायगी पर छूट प्रदान की गई है। इसी प्रकार से पिछड़ी पंचायतों में होटल इकाइयां स्थापित करने पर भी विलासिता कर की आदयगी में छूट प्रदान की गई है। यह छूट एक अप्रैल, 2013 से लागू है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में साहसिक, धार्मिक, धरोहर, ग्रामीण एवं इको पर्यटन को विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रदेश सरकार ने राज्य में विभिन्न पर्यटक सर्किट/गणतव्यों में पर्यटन अधोसंरचना विकसित करने के उद्देश्य से भारत सरकार को 2600 लाख रुपये की परियोजनाएं प्रेषित की है।

श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश को पसंदीदा पर्यटन गणतव्य की दृष्टि से घरेलू एवं अन्तरराष्ट्रीय बाजार में ब्रांड के तौर पर स्थापित करने के उद्देश्य तथा पर्यटन को बढ़ावा देने व विकसित करने के लिए सतत पर्यटन विकास नीति-2013 तैयार की गई है, जिसके तहत सतत पर्यटन सुनिश्चित बनाने के लिए विशेषतः मेजबान समुदायों को लाभ पहुंचाने, प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए बेहतर वातावरण तैयार करने पर ध्यान दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटन की दृष्टि से अनछुए गणतव्यों पर बेहतर अधोसंरचना विकसित कर विविधिता लाने के लिए भी प्रयास कर रही है, जिससे न केवल मौजूद पर्यटन गणतव्यों पर पर्यटकों का दबाव कम होगा, बल्कि उन्हें नए गणतव्यों के सौन्दर्य को निहारने का भी अवसर मिलेगा।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कर्नल डा. धनीराम शांडिल ने शिवालिक पहाड़ियों की गोदी में पर्यटकों के लिए बेहतर गणतव्य उपलब्ध करवाने के टिम्बर ट्रेल रिजॉर्ट के अध्यक्ष द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने विकास के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक मील पत्थर स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश को पर्यटकों का पसंदीदा गणतव्य बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए हैं। उन्होंने रिजॉर्ट के अध्यक्ष की पर्यटकों को होटल में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयासों की भी सराहना की।

इससे पूर्व टिम्बर ट्रेल होटल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक श्री आर.के. गर्ग ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने मुख्यमंत्री तथा अन्य विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित भी किया।

उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री, आबकारी एवं कराधान मंत्री श्री प्रकाश चैधरी, योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री जी.आर. मुसाफिर, भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री हरदीप सिंह बावा, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव श्री विनोद सुल्तानपुरी, उपायुक्त सोलन श्री मदन चैहान, पुलिस अधीक्षक श्री रमेश छाजटा, प्रबन्ध निदेशक पर्यटन श्री मोहन चैहान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उनपस्थित थे।

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