नई दिल्ली, 28 अक्टूबर 2025।
साउथ-वेस्ट जिला पुलिस की सक्रिय टीमों ने लंबी छानबीन और रणनीतिक छापेमार कार्रवाई के बाद पांच घोषित अपराधियों (Proclaimed Offenders) को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। ये गिरफ्तारी कपाशेरा, पालम विलेज और सफदरजंग अस्पताल पुलिस पोस्ट (एस.जे. एन्क्लेव थाना क्षेत्र) की संयुक्त कार्रवाई के तहत की गई।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दीपक चौरसिया (33), एस (47), महेश प्रसाद (45), आर (43) और लव कुमार उर्फ बाबा (33) के रूप में हुई है। इनमें दीपक और एस मां-बेटे हैं, जो लम्बे समय से न्यायालय में पेश न होकर फरार चल रहे थे। सभी को क्रमशः अदालतों द्वारा 5 अगस्त 2024, 26 जून 2025 और 8 अगस्त 2025 को घोषित अपराधी घोषित किया गया था।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस टीमों ने मैनुअल और तकनीकी दोनों तरीकों से इन फरार अपराधियों की लोकेशन ट्रेस करने के लिए गहन प्रयास किए। स्थानीय सूत्रों को सक्रिय किया गया और कई दिनों तक लगातार निगरानी रखी गई।
कपाशेरा थाना पुलिस की टीम ने इंस्पेक्टर विक्रम दहिया के नेतृत्व में एक ऑपरेशन चलाया। गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने छापेमारी करते हुए दीपक चौरसिया और उसकी मां एस को मेहरौली इलाके से गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर कोर्ट में पेश न होने के कारण मुकदमा संख्या 5665/2020 में कोर्ट ने घोषित अपराधी घोषित किया था। दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
वहीं, पालम विलेज थाना पुलिस की टीम ने इंस्पेक्टर सुधीर कुमार के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए महेश प्रसाद और आर को गिरफ्तार किया। ये दोनों भी चेक बाउंस (धारा 138 एनआई एक्ट) से जुड़े एक पुराने मामले में फरार चल रहे थे। कोर्ट ने इन्हें 26 जून 2025 को घोषित अपराधी घोषित किया था।
इसी क्रम में सफदरजंग अस्पताल चौकी (एस.जे. एन्क्लेव थाना क्षेत्र) की टीम ने एक और सफलता हासिल की। एसआई जितेंद्र कुमार की टीम ने लव कुमार उर्फ बाबा को रँगपुरी एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया। लव कुमार पहले भी चोरी, लूट और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर मामलों में शामिल रहा है और कोर्ट ने उसे 5 अगस्त 2024 को घोषित अपराधी घोषित किया था।
पुलिस उपायुक्त (साउथ-वेस्ट जिला) अमित गोयल ने बताया कि यह कार्रवाई फरार अपराधियों पर सख्ती बरतने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि आगे भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा ताकि कानून का डर कायम रहे और न्याय प्रक्रिया बाधित न हो।
साउथ-वेस्ट जिला पुलिस अब अन्य घोषित अपराधियों की तलाश में भी तेजी से काम कर रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।






