
दिल्ली के पूर्वी जिले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (AATS) ने एक बड़े ऑपरेशन में लग्जरी कार चोरों के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के मुख्य आरोपी हरेंदर सिंह उर्फ़ हनी को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली-एनसीआर से मास्टर की (डुप्लीकेट चाबी) का इस्तेमाल कर महंगी कारें चोरी करता था। पुलिस ने मौके से एक चोरी की इनोवा कार, एक देसी कट्टा और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस की गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने 25 फरवरी की रात पेपर मार्केट के पास जाल बिछाया। रात 11:40 बजे जब एक इनोवा क्रिस्टा (UP 14 DS 7599) संदिग्ध रूप से आती दिखी, तो टीम ने कार को रुकने का इशारा किया। लेकिन ड्राइवर, जो काली स्पोर्टी कैप पहने था, तेजी से भागने लगा। पुलिस ने तुरंत पीछा कर उसे दबोच लिया। तलाशी में उसके पास से एक लोडेड कट्टा और दो जिंदा कारतूस मिले। कार के इंजन और चेसिस नंबर की जांच करने पर पता चला कि यह कार दिल्ली के प्रीत विहार से चोरी की गई थी।
पूछताछ में हरेंदर सिंह ने खुलासा किया कि वह अपने साथी अजहरूद्दीन उर्फ़ अज्जू और पहलवान के साथ दिल्ली से कारें चोरी कर उन्हें मेरठ ले जाता था। वहां गाड़ियों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात में बेचता था। उसके खिलाफ पहले से ही 8 चोरी के मामले दर्ज हैं।
पुलिस की छानबीन के बाद उसके ठिकाने से तीन और चोरी की लग्जरी गाड़ियां—टोयोटा फॉर्च्यूनर, महिंद्रा थार और होंडा सिटी बरामद की गईं। इसके अलावा, चोरी में इस्तेमाल होने वाले मास्टर की सेट, लोहे के कटर, स्क्रूड्राइवर, नकली नंबर प्लेट और अन्य उपकरण भी मिले।
पूर्वी जिले के डीसीपी अभिषेक धनिया के अनुसार, इस गिरोह के पकड़े जाने से दिल्ली में हाई-एंड कार चोरी के कई मामलों पर लगाम लगेगी। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।