
नई दिल्ली। सतवती कॉलेज में आयोजित भारत पर्व ’25 ने युवाओं को अपने मूल्यों, संस्कृति और नैतिकता की अहमियत का एहसास कराया। ‘विकसित भारत @2047’ की अवधारणा के तहत हुए इस विशेष कार्यक्रम में युवा संगठन YUVA और बीए प्रोग्राम सोसाइटी ने मिलकर मंच तैयार किया, जहां देश की कई जानी-मानी हस्तियों ने अपने विचार साझा किए।
श्री अतुल कृष्ण और डॉ. मीना जैसे अतिथियों ने युवाओं को यह संदेश दिया कि आज के दौर में भी हमारी परंपराएं, आचार-विचार और सांस्कृतिक पहचान उतनी ही महत्वपूर्ण हैं जितनी तकनीक या विकास।
वक्ताओं ने कहा कि अगर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है, तो नई पीढ़ी को अपने एथिक्स और कल्चर को अपनाना ही होगा।
भारत पर्व ’25, एक ऐसा मंच बना जिसने युवाओं को सोचने पर मजबूर किया कि राष्ट्र निर्माण केवल तकनीकी तरक्की से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक जागरूकता से भी होता है।