दिल्ली पुलिस की साउथ-वेस्ट डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेल की टीम ने एक नामी अवैध शराब सप्लायर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान अरुण कुमार तंवर (36) निवासी दसरथपुरी, सागरपुर, दिल्ली के रूप में हुई है। आरोपी के कब्जे से चार अलग-अलग ब्रांड की कुल 30 बोतलें विंटेज शराब की बरामद की गईं, जिसकी अनुमानित कीमत करीब तीन लाख रुपये है।
साउथ-वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में जुआ, अवैध शराब की सप्लाई और संगठित अपराधों पर रोक लगाने के लिए ऑपरेशन सेल की टीम को विशेष निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में इंस्पेक्टर राम कुमार के नेतृत्व में एसआई वेद प्रकाश, एएसआई विनोद, एएसआई धर्मेंद्र, एचसी देवेंद्र, एचसी मोहित, एचसी मनोज, एचसी नरेंद्र, एचसी मनबीर और एचसी रविंदर की एक विशेष टीम का गठन एसीपी विजय पाल सिंह तोमर की देखरेख में किया गया।
टीम ने गुप्त सूचनाओं और लगातार निगरानी के बाद 9 अक्टूबर 2025 को सागरपुर क्षेत्र में छापेमारी कर आरोपी अरुण कुमार तंवर को धर दबोचा। तलाशी के दौरान आरोपी के पास से 30 बोतलें विभिन्न ब्रांड्स की कीमती विंटेज शराब बरामद हुईं। इस मामले में सागरपुर थाने में एफआईआर संख्या 464/2025, धारा 33 दिल्ली आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई। बरामद शराब को पुलिस मालखाने में जमा करवा दिया गया है।
जांच के दौरान यह सामने आया कि आरोपी अरुण तंवर सागरपुर इलाके का ही रहने वाला है और उसने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। स्कूल छोड़ने के बाद वह स्थानीय असामाजिक तत्वों के संपर्क में आ गया और चोरी जैसी वारदातों में शामिल होने लगा। कई बार जेल भी गया। जेल से बाहर आने के बाद उसने दिल्ली और अन्य शहरों के बार में बार टेंडर का काम शुरू किया। इसी दौरान उसने वहां से महंगी ब्रांडेड शराब की बोतलें चोरी कर अपने परिचितों को ऊंचे दामों पर बेचना शुरू कर दिया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार आरोपी पहले से चोरी, लूट, धोखाधड़ी और आर्म्स एक्ट के कुल 9 मामलों में शामिल पाया गया है।
डीसीपी (साउथ-वेस्ट) अमित गोयल ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और यह जांच की जा रही है कि क्या वह किसी बड़े अवैध शराब गिरोह से जुड़ा हुआ है। पुलिस का कहना है कि इलाके में अवैध शराब की सप्लाई और संगठित अपराधों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।







