कुरुक्षेत्र के पवित्र ब्रह्मसरोवर के पास स्थित पुरुषोत्तमपुरा बाग में गुरुवार को हरियाणा के राज्यपाल और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयू) के कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय ने हरियाणा पवेलियन का भव्य उद्घाटन किया।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) के संयुक्त प्रयास से स्थापित इस पवेलियन को राज्यपाल ने हरियाणवी संस्कृति का “आईना” करार दिया। उन्होंने इसकी भव्यता और हरियाणा की लोक कला एवं विरासत को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित करने के लिए विश्वविद्यालय की सराहना की।
राज्यपाल ने कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की विशेष रूप से प्रशंसा करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती समारोह के अंतर्गत यह पवेलियन हरियाणा की लोक परंपराओं को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में सफल रहा है।
कार्यक्रम में केरल के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान, उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, तंजानिया की युवा, संस्कृति और कला मंत्री तबिया मौलिद और प्रसिद्ध गीता विद्वान स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज जैसे गणमान्य अतिथि भी शामिल हुए।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने युवाओं को हरियाणा की प्राचीन संस्कृति और धरोहर से अवगत कराने में पवेलियन की भूमिका की सराहना की। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने हरियाणवी ग्रामीण परंपराओं के संरक्षण के लिए इसे गर्व का प्रतीक बताया। वहीं, तंजानिया की मंत्री तबिया मौलिद ने इसे हरियाणवी लोक संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन करार दिया।
इस अवसर पर जिलाधीश श्रीमती नेहा सिंह, पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित महावीर गुड्डू, केडीबी के मानद सचिव श्री उपेंद्र सिंघल सहित कैप्टन परमजीत सिंह, अशोक रोशा, प्रो. विवेक चावला, डॉ. एमके मौडगिल, डॉ. आबिद अली और डॉ. कुलदीप आर्य जैसे विशिष्ट जन मौजूद रहे।
हरियाणा पवेलियन न केवल राज्य की समृद्ध ग्रामीण परंपराओं का प्रदर्शन करता है, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती उत्सव के साथ जोड़कर सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक भी बनाता है।