नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे मेले में कानपुर से आए एक अनोखे फैमिली बिज़नेस ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। यह परिवार इको-फ्रेंडली लकड़ी की गुड़िया (डॉल्स) बनाता है, जो पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल होती हैं। इन डॉल्स में किसी भी प्रकार का हानिकारक प्लास्टिक या अन्य सामग्री का उपयोग नहीं होता।
इनकी कीमत भी बेहद किफायती है। मेले में यह गुड़िया मात्र ₹1000 की कीमत पर उपलब्ध हैं, जो ग्राहकों के लिए एक बढ़िया विकल्प साबित हो रही हैं। इन डॉल्स की खूबसूरती और टिकाऊपन ने न केवल बच्चों बल्कि वयस्कों का भी दिल जीत लिया है।
इस परिवार को अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने में MSME (माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) के तहत सरकार से का.फी सहायता मिली है। खासतौर पर महिला उद्यमियों के लिए MSME द्वारा प्रगति मैदान में मुफ्त स्टॉल की सुविधा दी गई, जिससे उन्हें अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने का बेहतरीन अवसर मिला।
स्टॉल पर मौजूद उद्यमी ने बताया, “हमें यहां आकर बेहद अच्छा अनुभव हो रहा है। ग्राहकों का रिस्पांस शानदार है। MSME ने हमें जो प्लेटफॉर्म दिया, उससे हमें अपने प्रोडक्ट्स को बड़े स्तर पर प्रदर्शित करने का मौका मिला।”
यह स्टॉल महिला उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है। उनकी मेहनत और रचनात्मकता से यह साबित होता है कि सही मार्गदर्शन और सहायता मिलने पर छोटे व्यवसाय भी बड़े सपने साकार कर सकते हैं।
लकड़ी की इन इको-फ्रेंडली डॉल्स की बढ़ती लोकप्रियता यह दर्शाती है कि भारतीय कारीगर अपने पारंपरिक कौशल को नए आयाम देकर न केवल स्थानीय बल्कि वैश्विक स्तर पर भी पहचान बना सकते हैं।