नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की इंटेलिजेंस सपोर्ट टीम (ISC) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। इंस्पेक्टर सतेंद्र पूनिया और इंस्पेक्टर सोहन लाल की टीम ने प्रतिबंधित विदेशी सिगरेट की भारी खेप पकड़ी है। यह खेप करीब 10 लाख रुपये मूल्य की बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, 7 अक्टूबर की रात एसआई मुकेश को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित विदेशी सिगरेट की एक बड़ी खेप दिल्ली लाई जा रही है। सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर सतेंद्र पूनिया और इंस्पेक्टर सोहन लाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। एसीपी रमेश लांबा की देखरेख में टीम ने रणनीतिक तरीके से जाल बिछाया।
टीम में एसआई मुकेश, संजय और राकेश शर्मा के साथ हेड कांस्टेबल अशिष, रविंदर, अनुज, विक्रम और कांस्टेबल अंकित कुमार शामिल थे। देर रात, टीम ने सिकंदरा रोड स्थित ऑल इंडिया वीमेंस एजुकेशन फंड एसोसिएशन के पास एक संदिग्ध वाहन को रोका और तलाशी ली। तलाशी के दौरान तीन व्यक्तियों को पकड़ा गया जो अवैध सिगरेट की बड़ी खेप लेकर जा रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद अलाउद्दीन (32) निवासी मुरादाबाद, मोहम्मद ज़ैद (29) निवासी मुज़फ्फरनगर और शाहबुद्दीन अंसारी (54) निवासी शामली, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। उनके कब्जे से कुल 77,200 सिगरेट जब्त की गईं, जो Dunhill, Davidoff Gold और Davidoff White जैसे प्रीमियम विदेशी ब्रांड्स की थीं। खास बात यह रही कि इन पैकेट्स पर भारतीय कानून के तहत आवश्यक स्वास्थ्य चेतावनी अंकित नहीं थी, जिससे ये सिगरेट भारत में बिक्री के लिए पूरी तरह अवैध मानी जाती हैं।
क्राइम ब्रांच ने इस संबंध में COTPA (Cigarettes and Other Tobacco Products Act) 2003 की धारा 7/20 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली पुलिस के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम ब्रांच) आदित्य गौतम ने टीम की इस सराहनीय कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रतिबंधित और अवैध उत्पादों के खिलाफ यह सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।







