
दिल्ली के परिवहन मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने सचिवालय में परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अहम समीक्षा बैठक की। बैठक में राजधानी में इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े के विस्तार, रूट रेशनलाइजेशन और डीटीसी को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने पर विशेष जोर दिया गया।
डॉ. सिंह ने जानकारी दी कि इस महीने के अंत तक डीटीसी में 150 नई DEVI इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जाएंगी। साल के अंत तक डीटीसी के पास 5,000 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें होंगी। उन्होंने कहा कि DEVI बस सेवा को दिल्लीवासियों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है, जिससे लोग ऑटो और टैक्सी पर निर्भर हुए बिना किफायती और आरामदायक सफर कर पा रहे हैं।
रूट रेशनलाइजेशन के तहत 109 रूट्स की जांच पूरी कर ली गई है, जिसमें IIT दिल्ली की भी मदद ली गई। इससे न केवल बसों की आवृत्ति बढ़ेगी, बल्कि कनेक्टिविटी और यात्रियों की सुविधा में भी सुधार होगा। अब डीटीसी की बसें अपनी तय रूट पूरी करने के बाद किसी भी नजदीकी डिपो में पार्क की जा सकेंगी, जिससे परिचालन लागत घटेगी और यात्रियों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी।
परिवहन मंत्री ने डीटीसी की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए विज्ञापन आधारित आय बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि बस डिपो और बसों सहित लगभग 55,000 वर्गफुट क्षेत्र विज्ञापनों के लिए चिन्हित किया गया है, जिससे जल्द ही राजस्व में बड़ा इजाफा होगा।
डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ‘विकसित भारत की विकसित राजधानी’ के लक्ष्य को लेकर पूरी गंभीरता से काम कर रही है। उनका लक्ष्य है कि दिल्ली का परिवहन तंत्र स्वच्छ, टिकाऊ और आर्थिक रूप से मजबूत बने।