
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर अपनी मुस्तैदी से एक अवैध बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा है, जो पिछले दो सालों से राजधानी में छिपकर रह रहा था। दक्षिण-पश्चिम जिले के आरके पुरम थाना पुलिस ने अफाजुद्दीन गाजी नामक इस व्यक्ति को हिरासत में लिया, जो 2022 में भारत में अवैध रूप से दाखिल हुआ था। पुलिस ने उसकी पहचान उजागर करने के बाद उसे विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के समक्ष पेश किया, जहां से उसे बांग्लादेश डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस की एक विशेष टीम को इस संदिग्ध की जानकारी मिली, जो मोहम्मदपुर इलाके में स्क्रैप खरीदने आया था। SHO रविंद्र कुमार त्यागी के नेतृत्व में गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे दबोच लिया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने खुद को पश्चिम बंगाल के मालदा का निवासी बताया, लेकिन जब पुलिस ने गहन जांच की, तो उसकी असली पहचान सामने आई। वह बांग्लादेश के ढाका जिले के मुंशीगंज का रहने वाला निकला। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह साल 2022 में चार हजार रुपये देकर एक दलाल की मदद से भारत में घुसा था। दलाल ने रात के अंधेरे में बाड़ काटकर उसे और तीन अन्य लोगों को सीमा पार कराई थी। इसके बाद वह कोलकाता होते हुए दिल्ली पहुंचा और यहां कबाड़ बीनने का काम करने लगा।
अब अफाजुद्दीन गाजी को एफआरआरओ के आदेशानुसार शाहजादा बाग स्थित सेवा सदन में रखा गया है, जहां से उसे जल्द ही बांग्लादेश भेजने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने इस कार्रवाई को अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस की सतर्कता का परिणाम बताया है।