
दिल्ली पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक बड़े ड्रग सप्लाई नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। क्राइम ब्रांच ने नरेला इलाके से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 7380 ट्रामाडोल कैप्सूल (369 ग्राम) और 505 अल्प्राजोलम टैबलेट्स बरामद की हैं। इसके साथ ही एक नई मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में 20 वर्षीय विकास और 43 वर्षीय सुधीर शामिल हैं। विकास नरेला का निवासी है और हाल ही में सुधीर के मेडिकल स्टोर ‘देव ऋषि’ में काम करने लगा था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर विकास को नरेला मेन रोड से गिरफ्तार किया, जब वह बाइक पर एक बोरी में ड्रग्स ले जा रहा था। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि यह खेप मेडिकल स्टोर के मालिक सुधीर के कहने पर लाई गई थी।
विकास की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सुधीर की तलाश शुरू की, जो पकड़े जाने की खबर सुनते ही फरार हो गया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे सोनीपत के गन्नौर स्थित उसके ठिकाने से धर दबोचा। जांच में खुलासा हुआ कि सुधीर पहले भी नशे के कारोबार में लिप्त था और 2021 में पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। 29 महीने जेल में रहने के बाद वह 28 फरवरी 2024 को रिहा हुआ और फिर से इस गोरखधंधे में शामिल हो गया।
दिल्ली पुलिस ने दोनों आरोपियों के ठिकानों और मेडिकल स्टोर्स की तलाशी ली, जहां से और भी ड्रग्स बरामद हुईं। फिलहाल, पुलिस पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह के तार और कहां-कहां जुड़े हुए हैं। दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच नशे के कारोबार पर सख्त कार्रवाई कर रही है और इस दिशा में लगातार ऑपरेशन चला रही है।