
दिल्ली विश्वविद्यालय के माता सुंदरी कॉलेज ने 24-25 फरवरी, 2025 को वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव ‘सारंग 25’ का आयोजन किया।इस भव्य उत्सव ने दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग कॉलेजों के विद्यार्थियों सहभागिता की, जिससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान, बौद्धिक संवाद और रचनात्मक अभिव्यक्ति का एक समृद्ध वातावरण तैयार हुआ।इस वर्ष के उत्सव में पर्यावरण-स्थिरता की थीम को अपनाया गया, जो पर्यावरण संरक्षण के साथ कलात्मक उत्कृष्टता के संयोजन के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के बाद गुरुवाणी से हुई।अपने उद्घाटन भाषण में माता सुंदरी कॉलेज की प्राचार्य प्रो. हरप्रीत कौरने सतत् विकास के साथ-साथ संस्कृति को बढ़ावा देने के महत्व पर जोरदिया। उत्सव में छात्रों, संकाय सदस्यों, मेहमानों और डी.एस.जी.एम.सी और गवर्निंग बॉडी के गणमान्य व्यक्तियों सहित विविध और उत्साही दर्शकों ने भाग लिया, जिसमें सरदार पृथ्वीपाल सिंह, सरदार कुलबीर सिंह, सरदार रवैल सिंह, सरदार सतनाम सिंह और सरदार राजिंदर सिंह शामिलथे।
आयोजन समिति की प्रवक्ता ने ब्यूरो चीफ विजय गौड़ को बताया कि इन दो दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जहाँ प्रतिभागियों को वाद-विवाद, गुरु नानक पेपर रीडिंग, कविता पाठ और संस्कृत श्लोकवृत्ति और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं मेंअपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान किया गया तो वहीं थिरक(शास्त्रीय, लोक और पश्चिमी नृत्य), महफिल-ए-गज़ल, सुर सरिता(शास्त्रीय और सूफी संगीत), ख्वाबीदा (मंच नाटक) और नुक्कड़ नाटक जैसी स्पर्धाएँ सभी के आकर्षण का केंद्र रहीं। रचनात्मक दिमागों ने एड-ओ-मेनिया, बेस्ट-आउट-ऑफ-वेस्ट, मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिताओं में अपनी कला के जौहर दिखाए, तो तकनीकी उत्साही लोगों ने कोड-ए-थॉन और ब्रेन टीज़र क्विज़ प्रतियोगिता में अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
सारंग 25 का मुख्य आकर्षण दिल्ली विश्वविद्यालय की पहली हाइड्रोपोनिक प्रणाली की शुरूआत थी, जो टिकाऊ कृषि की दिशा में एकअभूतपूर्व कदम था। पोषक तत्व फिल्म तकनीक (एनएफटी) मॉडल काप्रदर्शन किया गया, जिसमें दिखाया गया कि पोषक तत्वों से भरपूर जलप्रणाली का उपयोग करके पौधों को मिट्टी के बिना कैसे उगाया जा सकताहै। उत्सव का समापन एक शानदार ग्रैंड फिनाले में हुआ, जिसमें गायक कमाल खान की मंत्रमुग्ध कर देने वाली संगीतमय प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
दिल्ली से विजय गौड़ ब्यूरो चीफ की विशेष रिपोर्ट