
नई दिल्ली जिले की साइबर पुलिस ने एक बेहद संवेदनशील यूपीआई धोखाधड़ी मामले का पर्दाफाश करते हुए राष्ट्रपति भवन में तैनात एक सरकारी कर्मचारी सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने ही विभाग में कार्यरत बुजुर्ग सहकर्मी के मोबाइल से धीरे-धीरे करीब तीन महीने में 24.40 लाख रुपये उड़ा लिए।
पीड़ित सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें और उनकी पत्नी को डिजिटल बैंकिंग की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन पासबुक प्रिंट करवाते वक्त उन्हें पता चला कि उनके खातों से लाखों रुपये यूपीआई के जरिए निकाल लिए गए हैं। जांच में सामने आया कि उनका ही एक सहयोगी प्रकाश सिंह, जो उसी विभाग में कार्यरत था, मोबाइल लेकर उसमें PhonePe ऐप इंस्टॉल करता, पैसे ट्रांसफर करता और फिर सब डिलीट कर देता।
धोखाधड़ी की रकम को आरोपी प्रकाश अपने साथी संजय चक्रवर्ती के खाते में भेजता, जो कोलकाता का रहने वाला है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और ₹2.25 लाख की राशि भी बरामद की है। आरोपी ने इस रकम से महंगे मोबाइल, लैपटॉप, बाइक और ऑनलाइन गेमिंग पर खर्च किया।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि डिजिटल लेनदेन को लेकर सतर्क रहें, अपना मोबाइल और बैंकिंग डिटेल्स किसी के साथ साझा न करें और किसी भी संदेह की स्थिति में तत्काल साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।