नई दिल्ली, 12 नवम्बर 2024: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने आज जिहादी तत्वों के खिलाफ एक कड़ी चेतावनी जारी की है, जिनकी हिंसा और हमलों ने हिंदू समाज, उनके त्योहारों और मंदिरों को लगातार निशाना बनाया है। विहिप के संयुक्त महामंत्री, डॉ. सुरेंद्र जैन ने इन हमलों की एक सूची जारी करते हुए कहा कि ये हमले जिहादियों की आक्रामकता और अपराधी मानसिकता को उजागर करते हैं, और ये कोई पीड़ित नहीं बल्कि अपराधी हैं।
डॉ. जैन ने इन जिहादी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि यह सूची केवल 2023 जनवरी से लेकर 2024 की छठ पूजा तक के हमलों की है, और यह केवल हमलों का दसवां हिस्सा है। इन हमलों की क्रूरता और बेरहमी मानवता से परे हैं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में आतंकवाद, लव जिहाद, लैंड जिहाद और जनसंख्या जिहाद जैसे मुद्दे पहले से ही परेशान कर रहे हैं, लेकिन अब जिहादियों द्वारा थूक जिहाद, पेशाब जिहाद और ट्रेन जिहाद जैसी नफरत भरी क्रियाओं से गैर-मुसलमानों के प्रति घृणा का रूप सामने आ रहा है
डॉ. जैन ने वैश्विक समुदाय से आह्वान किया कि जिहादी मानसिकता का मुकाबला करने के लिए एकजुट होकर काम करें, क्योंकि यह मानसिकता 1400 वर्षों से मानवता को त्रस्त कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि जिहादियों द्वारा हिंदू समाज को मारने-मारने की धमकियों का सिलसिला 1946 में भी देखा गया था, और आज भी कुछ मौलाना और मुस्लिम नेता उसी “प्रत्यक्ष कार्यवाही” की धमकी दे रहे हैं।
विहिप ने यह सवाल उठाया कि कितने मौलानाओं ने आतंकवादियों के खिलाफ फतवा जारी किया है, जो गैर-इस्लामिक बताते हुए आतंकवाद को समर्थन देते हैं। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि जिहादियों और उनके समर्थकों का भारत के खिलाफ एक गहरा साजिश है।
डॉ. जैन ने कहा, “विहिप का मानना है कि जिहाद का रास्ता आत्मघाती है और यह न केवल राष्ट्र के हित में है, बल्कि जिहादियों के अपने हित में भी नहीं है। संगठित हिंदू समाज इन जिहादी षड्यंत्रों का सामना करने के लिए सक्षम है।”