नई दिल्ली: चर्चित पूर्व NCB अधिकारी और वर्तमान IRS अधिकारी समीर वानखेड़े ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। वानखेड़े ने दिल्ली हाईकोर्ट में नेटफ्लिक्स, रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट, गूगल, एक्स कॉर्प (पूर्व में ट्विटर) और मेटा के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज़ “The Bads of Bollywood”* में दिखाया गया एक किरदार उनके व्यक्तित्व और पेशेवर कार्यशैली से काफी मेल खाता है।
वानखेड़े के अनुसार, यह किरदार न केवल गलत तथ्यों पर आधारित है बल्कि उनकी छवि को ठेस पहुँचाने की मंशा से तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि यह प्रस्तुति उनके चरित्र और ईमानदार अधिकारी की पहचान को धूमिल करती है और इससे कानून प्रवर्तन एजेंसियों की साख पर भी प्रश्न उठते हैं।
पूर्व NCB अधिकारी ने अदालत से 2 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है और सीरीज़ में शामिल कथित अपमानजनक अंशों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की अपील की है। उनका कहना है कि जिस असली मामले पर यह सीरीज़ ढीले तौर पर आधारित है, वह अब भी मुंबई की NDPS अदालत में लंबित है। ऐसे में इस तरह का चित्रण न्यायिक प्रक्रिया और जनमत दोनों को प्रभावित कर सकता है।
मामले की सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति पुरुषेन्द्र कुमार कौरव ने सभी प्रतिवादियों — नेटफ्लिक्स, रेड चिलीज़, गूगल, एक्स कॉर्प और मेटा — को समन जारी किया है और उनसे जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, अदालत ने इस समय किसी तरह की अंतरिम रोक लगाने से इनकार करते हुए कहा कि फिलहाल कोई सामान्य निषेधाज्ञा लागू नहीं की जा सकती।
अब इस मामले की अगली सुनवाई 30 अक्टूबर को होगी। यह पूरा विवाद एक बार फिर उस जटिल बहस को हवा दे रहा है जिसमें रचनात्मक स्वतंत्रता और किसी व्यक्ति की प्रतिष्ठा के सम्मान के बीच संतुलन तलाशने की चुनौती सामने आती है।







