
स्वयं सेवी संगठन उदिशा द्वारा बच्चों और युवाओं के खिलाफ हिंसा और दुर्व्यवहार की रोकथाम पर जागरूकता अभियान और पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन : शिक्षा, रोजगार, महिला व बाल विकास के लिए कार्यरत स्वयं सेवी संगठन – उदिशा ने बच्चों व युवाओं के ख़िलाफ़ यौन हिंसा व बाल श्रम के रोकथाम के मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक जागरूकता अभियान और पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया।
सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ0 राकेश गौड़ के कुशल नेतृत्व में , रोजगार, महिला व बाल विकास के लिए कार्यरत स्वयं सेवी संगठन – उदिशा ने बच्चों व युवाओं के ख़िलाफ़ यौन हिंसा व बाल श्रम के रोकथाम के मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक जागरूकता अभियान और पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता का भव्य आयोजन दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं अधिकरण व लाल बहादुर शास्त्री विद्यालय के सौजन्य से विद्यालय परिसर में किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए समारोह के मुख्य अतिथि के.सी. मित्तल पूर्व अध्यक्ष दिल्ली बार काउंसिल ने कहा कि यदि अपने साथ या अपने आसपास यदि कोई भी मानसिक या शारीरिक दुर्व्यवहार हो तो तुरंत अपने शिक्षक, माता- पिता या किसी परिचित को अवश्य बतायें ताकि आपकी सहायता हो सके। किसी प्रकार का दुर्व्यवहार सहना इसको बढ़ावा देना है।इसके अलावा कोई भी ऐसी घटना मानसिक संताप का कारण बनती है इसलिए शेयर करना बहुत ज़रूरी है।
अधिवक्ता लवदीप गौड़, दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं अधिकरण के कानूनी सहायता परामर्शदाता ने कानूनी जागरूकता को बढ़ावा देने और बाल संरक्षण कानूनों के बारे में जानकारी और संवेदनशील समाज बनाने के लिए दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं अधिकरण के चल रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला गया। उनकी चर्चा यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (POCSO) अधिनियम, 2012 पर केंद्रित थी, जो बच्चों को यौन शोषण और शोषण से बचाने के लिए एक मजबूत कानूनी ढांचा प्रदान करता है।
इस ज्ञानवर्धक सत्र में उन्होंने कमलेश देवी बनाम दिल्ली राज्य एवं अन्य में माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्णय के परिप्रेक्ष्य में “वर्चुअल टच” की अवधारणा और इसके संभावित खतरों के साथ-साथ यौन शोषण से बच्चों की सुरक्षा पर बच्चों व शिक्षकों को परामर्श दिया ।
इस जागरूकता अभियान के अंतर्गत बाल शोषण और बाल श्रम विषय पर एक पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसने छात्रों को बाल सुरक्षा और बाल श्रम के ख़िलाफ़ अपने विचार व्यक्त करने के लिए एक रचनात्मक मंच प्रदान किया। उनकी कलात्मक अभिव्यक्तियों ने बच्चों के लिए एक सुरक्षित समाज की परिकल्पना को प्रभावी ढंग से व्यक्त किया।
सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ0 राकेश गौड़ संस्थापक अध्यक्ष
उदिशा ने ब्यूरो चीफ विजय गौड़ को बताया कि उदिशा, संस्था संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक व सामाजिक आयोग से संबद्ध है और अंतर्राष्ट्रीय संस्था – वुमेन्स वर्ल्ड समिट फाउंडेशन/जिनेवा द्वारा बच्चों और युवाओं के खिलाफ हिंसा और दुर्व्यवहार की रोकथाम पर आयोजित वार्षिक अभियान में गत इक्कीस वर्षों से भागीदार रही है।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में दिल्ली उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष, विद्यालय के प्रबंधक श्री इंदु शेखर की गरिमामय उपस्थिति रही । उत्कृष्ट पोस्टर को मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा ट्रॉफी और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
सत्र का समापन एक इंटरैक्टिव सत्र के साथ हुआ, जहाँ प्रतिभागियों के प्रश्नों को प्रभावी ढंग से संबोधित किया गया। छात्रों ने कानूनी सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारियों जैसे विषयों पर अपनी उत्सुकता को शांत किया।