नई दिल्ली, 15 नवंबर 2024
भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के झारखंड पवेलियन में झारखंड राज्य दिवस का भव्य आयोजन हुआ। भारत मंडपम के एम्फी थियेटर में झारखंड की लोक संस्कृति और परंपराओं की झलक ने दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और भगवान बिरसा मुंडा की स्तुति से हुई। मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के उद्योग सचिव श्री जितेंद्र कुमार सिंह ने झारखंड पवेलियन में प्रदर्शित हुनर और विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “झारखंड अपनी खनिज संपदा और सांस्कृतिक विविधता के लिए खास पहचान रखता है। यह फेयर राज्य के विकास को प्रदर्शित करने का शानदार मंच है।”
एम्फी थियेटर में झारखंड की पारंपरिक नृत्य शैलियों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
- मानभूम छऊ नृत्य: प्रभात कुमार महतो और उनके समूह ने अपनी कला से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
- पाइका नृत्य: गुलाप कुमार महतो और उनके दल ने अपनी जोशभरी प्रस्तुति दी।
- मुंडारी नृत्य: सुखराम पाहन ने झारखंड की आदिवासी परंपरा को मंच पर जीवंत किया।
- नागपुरी नृत्य: सुलेखा कुमारी की प्रस्तुति ने हर किसी का ध्यान खींचा।
- सरायकेला छऊ नृत्य: गोबिंद महतो और उनके समूह की प्रस्तुति ने झारखंड की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाया।
कार्यक्रम में झारखंड के स्थापना दिवस के महत्व को भी रेखांकित किया गया। श्री जितेंद्र कुमार सिंह ने इस अवसर को झारखंड पवेलियन दिवस के रूप में मनाने को गर्व की बात बताया।
झारखंड पवेलियन ने राज्य की खनिज संपदा, कला और संस्कृति के साथ-साथ विकास कार्यों को भी प्रस्तुत किया। झारखंड राज्य दिवस का यह आयोजन न केवल राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है, बल्कि प्रदेश की प्रगति और समृद्धि का संदेश भी देता है।