जलभराव से लगातार लोगों की जान जा रही है, सरकारें कह रही हैं, सब ठीक है।- देवेन्द्र यादव
वजीरपुर के खुले नाले में गिरकर मरने वाले 7 वर्षीय प्रिंस के परिवारजनों को सरकार 1 करोड़ का मुआवजा दे, जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जल्द कार्यवाही हो- देवेन्द्र यादववजीरपुर हादसे की जगह नाले को ढकना और 50 कदम दूर नाला खुला रखकर, सरकार जनता को धोखा दे रही है।- देवेन्द्र यादवनई दिल्ली, 20 अगस्त, 2024 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली में सरकारों के भ्रष्टाचार के संक्रमण इतना अधिक फैल गया है कि हर बारिश के बाद दिल्ली डूब रही है। जलभराव में डूबकर मरते लोगों की दिल्ली सरकार को कोई चिंता नही है जबकि आज की बारिश के बाद जलभराव से नौबत यहां तक आ गई कि पुलिस को ट्रेफिक एडवाईज़री तक जारी करनी पड़ी।श्री देवेन्द्र यादव आज वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र के खुले नाले गिरने से 7 वर्षीय प्रिंस की मौत के बाद उसके परिवारजनों से मिलने गए। परिवार वालों ने नाला खुला होने के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार को दोषी ठहराया जबकि पुलिस जो भी हादसे के लिए जिम्मेदार होगा उस पर कार्यवाही करेगी। श्री यादव ने प्रिंस के परिवारजनों को 1 करोड़ मुआवजा दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जहां हादसा हुआ है, वहां तो नाले का ढक दिया गया है, परंतु 50 कदम दूर अभी भी नाला खुला हुआ है। इस मौके पर श्री देवेन्द्र यादव के साथ पूर्व विधायक श्री हरी शंकर गुप्ता और श्री अनिल भारद्वाज भी मौजूद थे।श्री यादव ने कहा कि प्रिंस की मौत के हादसे के साथ दिल्ली में जल भराव, नाले में डूबकर मरने वालों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। दिल्ली में हो रहे हादसे सरकार की लापरवाही के कारण हो रहे है। अगर दिल्ली सरकार अथवा निगम ने नालों को ढक दिया होता तो हादसा नही होता। खुले नाले का यह पहला हादसा नही दिल्ली में कई अन्य जगहों पर भी नालें में डूबने से लोगों की मौत हुई है। श्री यादव ने चिंता व्यक्त की कि मिंटो रोड़, कमला मार्केट, आईटीओ, बहादुरशाह जफर रोड़, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली, पटेल चौक, आश्रम, आउटर सर्किल, गीता कॉलोंनी, नांगलोई, टीकरी बॉर्डर, बहादुर गढ़, पीरागढ़ी, झरोदा, नजफगढ़ पर जल भराव के कारण ट्रेफिक को डाइवर्ट करना पड़ा, यह दिल्ली की सरकारों की विफलता को उजागर कर रहा है कि केजरीवाल की दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम ने हजारों करोड़ गाद निकालने के नाम पर खर्च करके कोरा भ्रष्टाचार किया है। मानसून के आखिरी पड़ाव की बारिश के बाद पूरी दिल्ली डूब गई।श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार, उपराज्यपाल, मंत्री, दिल्ली की मेयर ने 9 जून को मानसून की पहली बारिश के बाद यह वादा किया था कि दिल्ली में जल भराव रोकने के इंतजाम किए जाएंगे परंतु हर बारिश में जल भराव ने प्रलय का रुप धारण किया और जल भराव, बेसमेंट में डूबने, नालों में डूबने, जल में करंट उतरने से, इमारते के नीचे दबने से मरना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम जल भराव से निपटने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि एक तरफ आतिशी ने दावा करती हैं कि सरकार ने सभी नाले साफ कर दिए है और दूसरी तरफ सभी विधानसभाओं में उपर बहते सीवर के कारण पैदा हो रहे स्वास्थ्य संकट रोकने लिए अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है और बहते सीवर के लिए मुख्य सचिव को दोषी ठहरा रही है। श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल खुद मानते है कि यदि नालों की बेहतर तरीके से सफाई होती तो लोगों की जान नही जाती। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार पहली ऐसी सरकार है जो अपने नाकामियों का दोष दूसरों पर मढ़ती है। आखिर आतिशी सरकार की हर जिम्मेदारी को दूसरों का काम बताकर दिल्ली की जनता को क्या संदेश देना चाहती है, जबकि हर बारिश में दिल्ली डूब रही है।