नई दिल्ली।
सफदरजंग अस्पताल और VMMC ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल की है। यहां पहली बार चिमेरिक एंटीजन रिसेप्टर टी-सेल (CAR-T) थेरेपी के जरिए कैंसर का सफल इलाज किया गया। यह अत्याधुनिक इम्यूनोथेरेपी तकनीक मरीज के खुद के टी-सेल को जेनेटिकली मॉडिफाई करके कैंसर कोशिकाओं को खत्म करती है।
इस ऐतिहासिक इलाज का नेतृत्व मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. संदीप बंसल और मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. कौशल कालरा ने किया। इस तकनीक का इस्तेमाल एक ऐसे मरीज पर किया गया था, जो रिफ्रैक्टरी नॉन-हॉजकिंस लिम्फोमा से पीड़ित था। डॉ. कालरा ने बताया कि मरीज ने इस थेरेपी को अच्छी तरह सहन किया है, जो सभी के लिए एक उत्साहजनक परिणाम है।
सफदरजंग अस्पताल, PGI चंडीगढ़ और AIIMS नई दिल्ली के बाद, उत्तर भारत का तीसरा सरकारी संस्थान बन गया है, जिसने CAR-T थेरेपी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। यह उपलब्धि भारत के सार्वजनिक स्वास्थ्य तंत्र में कैंसर के जटिल मामलों के इलाज के लिए एक नई उम्मीद जगाती है।
अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. संदीप बंसल ने कहा कि यह सफलता उन्नत चिकित्सा देखभाल प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस तकनीक के जरिए कैंसर मरीजों के लिए बेहतर और जीवनरक्षक इलाज का एक नया रास्ता खुला है।