नई दिल्ली: स्वतंत्र भारत के इतिहास में आज एक महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ गया है। राष्ट्रीय समन्वय समिति (National Coordination Committee) के सतत प्रयासों के फलस्वरूप, जिसमें समिति के अध्यक्ष भी शामिल हैं, एक्यूपंक्चर को भारत में एक स्वतंत्र स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के रूप में मान्यता मिल गई है। इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना जारी की गई है।
राष्ट्रीय समन्वय समिति के अध्यक्ष ने इस उपलब्धि पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “आज का दिन हमारे लिए गर्व का दिन है। एक्यूपंक्चर जैसी महान चिकित्सा पद्धति को अब पूरे भारत में स्वतंत्र रूप से मान्यता मिल गई है। अब हमारा अगला लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि इस अद्भुत चिकित्सा प्रणाली के लाभ आम जनता तक पहुंचें।”
इसके साथ ही उन्होंने अपने सहयोगियों और विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया, खासकर डॉ. वी.एम. काटोच, जो एक्यूपंक्चर पर गठित एपीक्स कमेटी के अध्यक्ष हैं, और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा जी का भी धन्यवाद किया, जिनके समर्थन से यह सपना साकार हो पाया।
यह मान्यता एक्यूपंक्चर के क्षेत्र में काम कर रहे चिकित्सकों और शोधकर्ताओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, और इससे देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा