दिल्ली पुलिस की सब्ज़ी मंडी थाना टीम ने अपनी त्वरित कार्रवाई से एक चोरी के मामले का खुलासा महज़ 24 घंटे में कर दिया। तिलक हज़ारी कोर्ट परिसर में हुई एलईडी लाइट चोरी के इस मामले में पुलिस ने आरोपी को सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय खुफिया जानकारी की मदद से धर-दबोचा। पुलिस ने आरोपी के पास से तीन चोरी की हुई एलईडी लाइटें भी बरामद की हैं।
मामला 25 सितंबर का है, जब शिकायतकर्ता मोहम्मद आरिफ अली, जो एक टेंपो चालक हैं और पोर्टर ऐप के लिए काम करते हैं, नोएडा से चार कार्टन एलईडी लाइट्स लेकर दिल्ली के गोखले मार्केट, तिलक हज़ारी पहुंचे थे। जैसे ही वे ट्रांसपोर्ट कंपनी के मैनेजर से बिल्टी लेने गए, तभी किसी ने उनके टेंपो से दो कार्टन एलईडी लाइट्स चोरी कर लीं और फरार हो गया। इस संबंध में 4 अक्टूबर को ऑनलाइन ई-एफआईआर दर्ज की गई।
वारदात की गंभीरता को देखते हुए, इंस्पेक्टर बनवारी लाल (एसएचओ, पीएस सब्ज़ी मंडी) के नेतृत्व में एसआई तसवीर माथुर (इंचार्ज पीपी तिलक हज़ारी कोर्ट) की देखरेख में हेड कांस्टेबल नरेश, हेड कांस्टेबल इक़बाल और कांस्टेबल विकास की टीम गठित की गई। एसीपी सदर बाज़ार सुश्री विदूषी कौशिक के मार्गदर्शन में टीम ने जांच शुरू की।
टीम ने घटना स्थल और आस-पास लगे कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। तकनीकी जांच के बाद एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान हुई जो चोरी करता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद टीम ने अपने गुप्त सूत्रों को सक्रिय किया और लगातार प्रयासों के बाद 5 अक्टूबर की शाम तिलक हज़ारी इलाके से 22 वर्षीय आरोपी गोलू को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से तीन एलईडी लाइट्स और वह कपड़े भी बरामद किए गए जो उसने वारदात के समय पहने थे।
पूछताछ में गोलू ने कबूल किया कि उसने लगभग 10 दिन पहले टेंपो से दो कार्टन एलईडी लाइट्स चोरी की थीं। कुछ लाइट्स उसने राह चलते लोगों को बेच दीं और जो पैसा मिला, उसे नशे में उड़ा दिया। गोलू नशे का आदी है और बीते कई वर्षों से चोरी व जेबकटी जैसी वारदातों में शामिल रहा है। वह बिहार के खगड़िया जिले का रहने वाला है और पिछले 4-5 सालों से पुल मिठाई, लाहौरी गेट इलाके में रह रहा था।
दिल्ली पुलिस अब बाकी चोरी की गई लाइट्स की बरामदगी के लिए आगे की कार्रवाई कर रही है। सब्ज़ी मंडी थाने की इस तत्पर कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अपराधी चाहे कितना भी चालाक क्यों न हो, कानून की पकड़ से बच पाना नामुमकिन है।







