नई दिल्ली: भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के प्रवेश प्लाज़ा-1 पर आज एक आगंतुक द्वारा गलती से छोड़ा गया बैग स्टाफ की सतर्कता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से सुरक्षित उसके मालिक तक पहुंचा दिया गया। इस संबंध में जानकारी भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के पुलिस उपायुक्त ने दी।
पुलिस उपायुक्त सुमित झा के अनुसार, प्रवेश प्लाज़ा-1 पर तैनात सुरक्षा स्टाफ ने ध्यान दिया कि एक बैग काफी देर से लावारिस हालत में रखा हुआ है। सतर्कता बरतते हुए, उन्होंने बैग की जांच की और पाया कि उसमें 50 हजार रुपये नकद के साथ-साथ कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ भी थे। बैग की तलाशी के दौरान एक विज़िटिंग कार्ड मिला, जिसमें एक मोबाइल नंबर लिखा हुआ था।
स्टाफ ने तुरंत उस नंबर पर कॉल किया और बैग के मालिक की पहचान नीरज के रूप में की। नीरज से संपर्क कर उन्हें प्रवेश प्लाज़ा-1 पर बुलाया गया। कुछ समय बाद नीरज प्लाज़ा-1 पर पहुंचे और अपना बैग प्राप्त किया। पुलिस और स्टाफ ने उनके सामने बैग की सामग्री का सत्यापन किया। बैग में पाए गए नकद रुपये, दस्तावेज़ और अन्य सामान सही-सलामत नीरज को सौंप दिया गया।
इस घटना पर नीरज ने स्टाफ और पुलिस विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह मेरे लिए बहुत राहत की बात है कि मेरा बैग सुरक्षित मिल गया। मैं भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले की सुरक्षा व्यवस्था की सराहना करता हूं।”
पुलिस उपायुक्त सुमित झा ने बताया कि इस तरह की सतर्कता और जिम्मेदारी से न केवल आगंतुकों का विश्वास बढ़ता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित होता है कि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। उन्होंने सुरक्षा स्टाफ की तत्परता और ईमानदारी की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी।
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला, जो देश और विदेश से लाखों आगंतुकों को आकर्षित करता है, सुरक्षा और अनुशासन के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मेले में तैनात सुरक्षा स्टाफ न केवल सतर्क है, बल्कि आगंतुकों की सहायता के लिए हमेशा तैयार रहता है।
यह घटना दर्शाती है कि सही समय पर सही कदम उठाने से किसी भी संभावित समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। मेले में आने वाले आगंतुकों से भी अनुरोध किया गया है कि वे अपने सामान की सुरक्षा के प्रति सजग रहें और किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें।