
दिल्ली: क्राइम ब्रांच की एआरएससी टीम ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत अंतरराज्यीय ऑटो-लिफ्टिंग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में दो कुख्यात ऑटो चोर और दो चोरी की गाड़ियाँ खरीदने वाले शामिल हैं। गिरोह के कब्जे से दिल्ली और कोलकाता से चार लग्जरी कारें बरामद की गई हैं। ये सभी आरोपी अब तक 45 से अधिक वाहन चोरी के मामलों में शामिल पाए गए हैं।
गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी अभिषेक उर्फ सत्यम् बाजपेई और जानी उर्फ तानी दिल्ली-एनसीआर में ऑटो चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस के अनुसार, अभिषेक पर उत्तर प्रदेश में गैंगस्टर एक्ट के तहत भी केस दर्ज है। इनके साथ पकड़े गए इरफान उर्फ पिंटू और नौशाद उर्फ राजू चोरी की कारें खरीदकर कोलकाता समेत अन्य शहरों में सप्लाई करते थे।
पूरे ऑपरेशन को इंस्पेक्टर मंगेश त्यागी और रॉबिन त्यागी के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। टीम को शाहदरा के रोहताश नगर इलाके में अभिषेक की मौजूदगी की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने कार चोरी के तरीके, चोरी की कारों की खरीद-फरोख्त और पूरे नेटवर्क का खुलासा किया।
बरामद वाहनों में मारुति बलेनो, किया सेल्टोस, मारुति स्विफ्ट और होंडा डब्ल्यूआरवी शामिल हैं। चार अलग-अलग थानों में दर्ज चोरी के मामलों को इन गिरफ्तारियों से सुलझा लिया गया है।
इस कामयाबी को क्राइम ब्रांच ने संगठित प्रयास, तकनीकी निगरानी और तेज एक्शन का परिणाम बताया है।