नई दिल्ली – इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर पुलिस ने एक फर्जी स्वीडिश वीजा के साथ रोम जाने की कोशिश कर रहे एक यात्री को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान इस मामले में हरियाणा के जिंद जिले के रहने वाले एजेंट अशिफ अली को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसने इस वीजा की व्यवस्था की थी।
1 और 2 सितंबर 2024 की रात को कुरुक्षेत्र, हरियाणा के निवासी संदीप नामक यात्री ने रोम, इटली जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट के प्रस्थान इमीग्रेशन काउंटर पर अपने दस्तावेजों की जांच के लिए पहुंचे। जब उनके पासपोर्ट की जांच की गई, तो उस पर स्वीडिश वीजा फर्जी पाया गया। यात्री ने भारतीय इमीग्रेशन को धोखा देने की कोशिश की थी, जिसके बाद इस मामले में आईजीआई एयरपोर्ट थाने में एफआईआर दर्ज की गई और जांच शुरू की गई
पुलिस जांच के दौरान संदीप को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि उसके गांव के कुछ लड़के विदेश जाकर कमाई कर रहे थे, जिससे प्रेरित होकर उसने भी विदेश जाने का निर्णय लिया। उसने अपने गांव के पास रहने वाले मंजोत के माध्यम से एजेंट अशिफ अली से संपर्क किया, जिसने उसे 10 लाख रुपये में यूरोप भेजने का वादा किया। संदीप ने 7 लाख रुपये एजेंट द्वारा बताए गए दो बैंक खातों में जमा किए, जिसके बाद एजेंट ने स्वीडिश वीजा और टिकट की व्यवस्था की। हालांकि, वह आईजीआई एयरपोर्ट पर पकड़ा गया।एक विशेष टीम, जिसमें एसएचओ इंस्पेक्टर सुशील गोयल, एसआई मदन लाल और हेड कांस्टेबल विनोद शामिल थे, को मामले की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी का काम सौंपा गया। स्थानीय जानकारी और तकनीकी निगरानी की मदद से टीम ने गुरुग्राम में छिपे अशिफ अली को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान अशिफ अली ने अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि वह पिछले कई सालों से एजेंट के रूप में काम कर रहा था और लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करता था।
पुलिस अब अन्य एजेंटों की संलिप्तता की जांच कर रही है और आरोपी के बैंक खातों की जांच कर रही है ताकि उसके खिलाफ अन्य मामलों का पता लगाया जा सके। सभी यात्रियों और प्रवासियों से अनुरोध है कि वे अपने यात्रा दस्तावेज केवल अधिकृत एजेंसियों से ही प्राप्त करें। फर्जी एजेंटों के झांसे में न आएं और अपनी यात्रा के सभी दस्तावेजों की सत्यता की पुष्टि अवश्य करें।