दिल्ली पुलिस की उत्तरी जिला क्राइम टीम ने सदर बाजार इलाके से सक्रिय एक इंटरस्टेट ऑटो-लिफ्टर गैंग का पर्दाफाश किया है। थाना सदर बाजार के अधीन पीपी आहता-किदारा की टीम ने तकनीकी सहायता और लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर की गई कार्रवाई में गिरोह के दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से सात मोटरसाइकिल और एक स्कूटी बरामद की गई, जिनमें से कई गाड़ियों के इंजन और चेसिस नंबर तक छेड़े गए थे। पुलिस की इस कार्रवाई से दिल्ली के अलग-अलग थानों में दर्ज छह वाहन चोरी के मामलों का समाधान हो गया है।
मामले की शुरुआत तब हुई जब सदर बाजार थाने में लगातार मोटरसाइकिल चोरी की शिकायतें दर्ज होने लगीं। पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपी घटनास्थल तक पहुंचने के लिए ओला कैब बुक करते थे ताकि किसी पर शक न हो। चोरी की गई गाड़ियों को ये शाहजहांपुर और बरेली (उत्तर प्रदेश) के कबाड़ी बाजार में बेचकर मोटा मुनाफा कमाते थे।
जांच के दौरान पुलिस ने आसपास लगे कई CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली और एक मोबाइल नंबर के जरिए आरोपियों की गतिविधियों का पता लगाया। यह भी सामने आया कि आरोपी चोरी की घटनाओं से पहले और बाद में लोन ी, गाज़ियाबाद और यूपी के शाहजहांपुर व बरेली में छिपते थे। पुलिस की टीम ने लगातार दबिश देकर आखिरकार 26 सितंबर को लोनी, गाज़ियाबाद से दोनों आरोपियों फैज़ (20) और फैज़ान (26) को दबोच लिया।
पकड़े गए आरोपी पेशे से बढ़ई हैं लेकिन शराब और नशे की लत ने उन्हें अपराध की राह पर धकेल दिया। उन्होंने पूछताछ में कई अन्य वाहन चोरी की घटनाओं को भी कबूल किया। पुलिस ने अब तक आठ चोरी की गई दोपहिया गाड़ियां बरामद की हैं, जिनमें से कुछ को काटकर कबाड़ी को बेचने की तैयारी की जा रही थी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरोह का नेटवर्क बड़ा है और अन्य सहयोगियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। बरामद गाड़ियों में से कुछ पर इंजिन और चेसिस नंबर बदल दिए गए हैं, जिससे साफ है कि यह एक संगठित गैंग है।
इस कामयाबी से सदर बाजार, करावल नगर, फर्श बाजार और प्रसाद नगर सहित कई थानों में दर्ज मामलों को सुलझा लिया गया है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान और बाकी चोरी की गाड़ियों की बरामदगी में जुटी है।







