
दिल्ली पुलिस की तत्परता और मानवीय संवेदनशीलता का अनोखा उदाहरण देखने को मिला, जब गुलाबी बाग पुलिस ने महज एक घंटे में 5 साल के मासूम को उसके परिवार से मिला दिया। यह पूरा मामला 25 मार्च 2025 का है, जब सब-इंस्पेक्टर संजीत कुमार, जो पुलिस चौकी अंधा मुगल के इंचार्ज हैं, कोर्ट से लौट रहे थे। उसी दौरान एक अनजान महिला ने बसंत चौक, अंधा मुगल में उन्हें एक छोटा बच्चा सौंपा और बताया कि वह अकेला घूम रहा था और डरा हुआ लग रहा था। महिला बिना कुछ बताए वहां से चली गई।
बच्चे से पूछताछ करने पर वह सिर्फ अपना नाम ‘ए. खान’ बता पाया, लेकिन अपने माता-पिता या घर का पता नहीं बता सका। इसकी सूचना तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई, जिसके बाद इंस्पेक्टर जगदीश कुमार (एसएचओ/पीएस गुलाबी बाग) और एसीपी नरेश खांका के निर्देशन में एसआई संजीत कुमार और महिला कांस्टेबल निशु की एक टीम बनाई गई।
पुलिस टीम ने बच्चे को सुरक्षित अपनी देखरेख में लिया, उसे खाना-पानी दिया और उसे सहज महसूस कराने की कोशिश की। इसके बाद बच्चे के परिवार को ढूंढने के लिए टीम ने पूरी ताकत झोंक दी। उसकी तस्वीर पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप्स, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) और मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन (MWA) में साझा की गई। स्थानीय दुकानदारों, राहगीरों और इलाके के लोगों से पूछताछ की गई। साथ ही, आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए।
लगातार प्रयासों के बाद पुलिस को सफलता मिली। सीसीटीवी फुटेज की मदद से बच्चे की मां, स. खान, जो सदर बाजार के सी. रोड की निवासी हैं, का पता चला। दिलचस्प बात यह रही कि जब पुलिस ने उन्हें ढूंढा, तो वह भी अपने बेटे को तलाशते हुए गुलाबी बाग थाने में शिकायत दर्ज कराने जा रही थीं। जैसे ही उन्होंने अपने बेटे को पुलिस की सुरक्षित देखरेख में देखा, उनकी आंखें खुशी और राहत से भर आईं।
“ऑपरेशन मिलाप” के तहत इस छोटे से बच्चे को उसके परिवार से मिलाकर दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का परिचय दिया। बच्चे की मां और परिवार ने गुलाबी बाग पुलिस टीम के इस सराहनीय कार्य के लिए दिल से धन्यवाद दिया।