
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 26 लोगों की मौत और 10 के घायल होने की पुष्टि हुई है। इस दर्दनाक घटना में अपने पति मंजूनाथ को खो चुकीं कर्नाटक के शिवमोग्गा की रहने वाली पल्लवी ने अपनी आपबीती साझा करते हुए कहा कि आतंकियों ने उनके सामने उनके पति को गोली मार दी।
पल्लवी ने बताया, “मैं, मेरे पति और बेटा अभिजेय पहलगाम घूमने आए थे। जब हमला हुआ, तो मैं कुछ समझ भी नहीं पाई। मेरे सामने मेरे पति की जान ले ली गई। मैंने और मेरे बेटे ने आतंकियों से कहा—‘मुझे भी मारो, मेरे पिता को मारा है, हमें भी मार डालो।’ लेकिन आतंकी ने जवाब दिया, ‘नहीं मारेंगे, तुम मोदी को जाकर बोलो।’”
उन्होंने बताया कि वहां 3-4 आतंकी थे, जो आम पर्यटकों को निशाना बना रहे थे। खास तौर पर हिंदू पुरुषों को। “कई नवविवाहित जोड़े थे, लेकिन केवल पतियों को मारा गया,” उन्होंने कहा।
पल्लवी ने यह भी बताया कि उनके ड्राइवर और कुछ स्थानीय मुस्लिम युवकों ने उनकी मदद की और उन्हें सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि उनके पति का शव एयरलिफ्ट किया जाए ताकि वे अपने बेटे के साथ वापस लौट सकें।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले को लेकर बुधवार सुबह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ आपात बैठक की। मोदी मंगलवार रात सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़कर नई दिल्ली लौटे। अब वे कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की अहम बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें इस हमले पर भारत की प्रतिक्रिया और सुरक्षा रणनीति तय की जाएगी।
यह हमला सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा और सहनशीलता की एक बड़ी परीक्षा है।