दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवानिया के नाम का इस्तेमाल कर दिल्ली के दो व्यवसायियों से फिरौती मांग रहा था। आरोपी की पहचान नितिन मांचंदा (38), निवासी माजलिस पार्क, आदर्श नगर, दिल्ली के रूप में हुई है।
11 सितंबर, 2024 को शिकायतकर्ता नितेश गुप्ता को एक फोन आया, जिसमें उनसे गैंगस्टर नीरज बवानिया के नाम पर 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। इसके बाद उन्हें 17 और 18 सितंबर को भी धमकी भरे कॉल्स मिले। शिकायतकर्ता ने तुरंत इस मामले की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज करवाई। मामला दर्ज कर लिया गया और जांच शुरू कर दी गई।
क्राइम ब्रांच की टीम को आरोपी को पकड़ने का जिम्मा सौंपा गया। आरोपी ने हरियाणवी लहजे में फोन पर धमकी दी थी। आरोपी के ठिकाने का पता लगाने के लिए गुप्त सूत्रों का सहारा लिया गया और तकनीकी निगरानी भी शुरू की गई। सब-इंस्पेक्टर मनीष और हेड कांस्टेबल विकास डबास के इनपुट्स के आधार पर आरोपी की पहचान नितिन मांचंदा के रूप में हुई। जानकारी मिली कि आरोपी माजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन के पास आएगा। उसी जानकारी पर कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर अजय शर्मा के नेतृत्व में और एसीपी विवेक त्यागी की देखरेख में टीम ने छापेमारी की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान नितिन मांचंदा ने यह भी स्वीकार किया कि उसने आदर्श नगर स्थित ‘अमन मेकओवर’ के मालिक से भी फिरौती की मांग की थी, जिसकी शिकायत पहले से ही आदर्श नगर थाने में दर्ज थी। पुलिस ने नितिन के घर से वह मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया, जिनका इस्तेमाल उसने धमकी भरे कॉल्स करने के लिए किया था।
नितिन मांचंदा मूल रूप से मेहम, रोहतक (हरियाणा) का रहने वाला है। उसने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की और जेटकिंग से कंप्यूटर हार्डवेयर का डिप्लोमा भी प्राप्त किया। नितिन ने एक मोबाइल शॉप भी खोली थी और दिल्ली मेट्रो सहित कई प्राइवेट कंपनियों में नौकरी की, लेकिन कम सैलरी के चलते उसने नौकरी छोड़ दी। मीडिया में गैंगस्टर्स द्वारा फिरौती मांगने की खबरों से प्रेरित होकर उसने नीरज बवानिया के नाम का इस्तेमाल कर जल्दी पैसा कमाने की कोशिश की। लेकिन क्राइम ब्रांच की मुस्तैदी के चलते वह अपने प्लान में सफल नहीं हो पाया और गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने आरोपी से 1 कीपैड मोबाइल फोन और 2 सिम कार्ड बरामद किए, जिनका इस्तेमाल फिरौती के लिए किया गया था।
डीसीपी (क्राइम ब्रांच) सतीश कुमार ने कहा, “अलर्ट टीम की कार्रवाई के कारण एक और अपराधी को पकड़ लिया गया और दो निर्दोष व्यवसायियों को राहत मिली। हम ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई करेंगे।”