नई दिल्ली, 29 अक्टूबर 2025
दिल्ली में गोपाष्टमी के अवसर पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में सामाजिक कल्याण मंत्री श्री रवींद्र इंद्रज ने कहा कि गौ-संरक्षण केंद्र और राज्य सरकार दोनों की प्राथमिकता है। भारतीय संस्कृति में गाय न केवल आस्था का प्रतीक है बल्कि हमारी परंपराओं, प्रकृति और संवेदनाओं की धरोहर भी है। उन्होंने कहा कि आज जब हम प्रकृति और जीव-जंतुओं के संरक्षण को अपने जीवन का हिस्सा बना लेते हैं, तो भारत आत्मनिर्भरता और विश्व नेतृत्व की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ता है।
दिल्ली के हरेवाली गांव स्थित गोपाल गोसदन में आयोजित संवाद कार्यक्रम में मंत्री श्री इंद्रज ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार गौशालाओं के प्रबंधन, रखरखाव और आत्मनिर्भरता के लिए कई पहल कर रही है। सरकार का उद्देश्य न केवल आवारा पशुओं को सड़कों से हटाना है, बल्कि उनके लिए सुरक्षित और स्वच्छ आश्रय बनाना भी है। उन्होंने जानकारी दी कि घुम्मनहेड़ा गांव में नई गौशाला स्थापित करने की योजना तैयार की जा रही है ताकि दिल्ली की सड़कों को पशु-मुक्त बनाया जा सके।
श्री इंद्रज ने कहा कि जब हम नदियों, वृक्षों, पर्वतों और पशुओं के संरक्षण को अपने जीवन का हिस्सा बनाते हैं, तब विकास का मार्ग स्वयं खुलता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश “नमामि गंगे” और “एक पेड़ माँ के नाम” जैसे अभियानों के माध्यम से पर्यावरण और जैव विविधता के संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है।
मंत्री ने कहा कि जल, जंगल और ज़मीन की रक्षा केवल सरकार की नहीं, बल्कि हर नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी बताया कि पशुपालन न केवल आत्मनिर्भरता का साधन है, बल्कि यह जैविक खेती और ग्रामीण स्वास्थ्य सुधार में भी अहम भूमिका निभा सकता है।
इसी अवसर पर सामाजिक कल्याण मंत्री ने बावाना गांव में दिल्ली जल बोर्ड की नई पाइपलाइन परियोजना का उद्घाटन भी किया। इस परियोजना से लगभग 250 परिवारों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा। मंत्री ने अधिकारियों को उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने और कार्य को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने बताया कि पुरानी 20 साल से अधिक पुरानी पाइपलाइन के खराब होने से अक्सर दूषित पानी की शिकायतें आती थीं। अब कंझावला चौक के पास बिछाई जा रही नई पाइपलाइन चार महीनों में पूरी कर ली जाएगी, जिससे हजारों लोगों को राहत मिलेगी। स्थानीय निवासियों ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए दिल्ली सरकार का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह कदम गांव की जीवन रेखा को मजबूत करेगा।







