
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक नाइजीरियन नागरिक ऑगस्टिन ओहे चुकवु को गिरफ्तार कर लिया है, जो 2021 में हत्या के प्रयास और दंगे के मामले में फरार चल रहा था। आरोपी को 23 मार्च को द्वारका से पकड़ा गया। वह 2021 में मोहल्ला गार्डन थाने में दर्ज एक मामले में जमानत पर छूटने के बाद कानून से बचता फिर रहा था।
घटना 26 सितंबर 2021 की है, जब एक नाइजीरियन नागरिक की मौत के बाद करीब 100 लोगों की भीड़, जिसमें 50-60 नाइजीरियन नागरिक शामिल थे, तारक अस्पताल, द्वारका मोड़ पर जमा हुई। इसके बाद भीड़ लाठी-डंडों और ईंट-पत्थरों से लैस होकर मोहल्ला गार्डन थाने की ओर बढ़ी, जबरन थाने में घुसकर तोड़फोड़ की और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। हालात काबू करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी, जिसके बाद भीड़ तितर-बितर हुई। इस हिंसा में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए थे। पुलिस ने इस मामले में 53 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन 25 से अधिक आरोपी फरार हो गए थे।
अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर जारी कार्रवाई के तहत क्राइम ब्रांच ने तकनीकी और ह्यूमन इंटेलिजेंस के जरिए आरोपी का सुराग लगाया। एसआई देवेंद्र सिंह ने द्वारका क्षेत्र में उसकी पहचान की, जिसके बाद एसीपी रमेश चंद्र लांबा के निर्देशन में इंस्पेक्टर रोहित कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने आरोपी को द्वारका सेक्टर-8 से धर दबोचा।
पूछताछ में पता चला कि आरोपी करीब 5-6 साल पहले रोजगार की तलाश में दिल्ली आया था और विपिन गार्डन, उत्तम नगर में रह रहा था। अब उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस इस गिरफ्तारी को अवैध विदेशी नागरिकों के खिलाफ बड़ी सफलता मान रही है।